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CM नीतीश ने PM मोदी को लिखा पत्र, अश्लील साइट पर प्रतिबंध लगाने की मांग - cm nitish kumar said ban porn site

सीएम ने इस साइटों को लेकर कहा कि विशेष रूप से बच्चों और कम उम्र के कुछ युवा इस तरह की सामाग्री को देखकर कई अपराध की घटनाओं को अंजाम देते है. जिससे अनेक सामाजिक समस्याएं उत्पन्न हो रही है.

पटना
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Published : Dec 16, 2019, 6:17 PM IST

पटना: मुख्यमंत्री नीतश कुमार ने देश में महिलाओं के प्रति बढ़ रही हिंसा पर रोकथाम के लिए अश्लील (पोर्न) साइट पर प्रतिबंध लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. उन्होंने पीएम को भेजे पत्र में लिखा है कि पिछले कुछ समय से देश के कई राज्यों में महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म और जघन्य तरीके से हत्या की घटनाएं हो रही है. इस घटनाओं ने पूरे देश के जनमानस को उद्वेलित किया है.

बता दें कि मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि इंटरनेट पर लोगों की असीमित पहुंचकर कारण बड़ी संख्या में बच्चे और युवा अश्लील, हिंसक और अनुचित सामग्री देख रहे हैं जो ठीक नहीं है. इंटरनेट पर उपलब्ध पोर्नसाइट्स और अनुचित सामग्री के प्रभाव के कारण ऐसी घटनाएं घटित होती है. कई मामलों में दुष्कर्म की घटनाओं के वीडियो बनाकर व्हाट्सएप, फेसबुक सहित कई सोशल मीडिया पर प्रसारित कर दिए जा रहे हैं.

जानकारी देते संवाददाता अविनाश

'इन साइटों के कारण अपराध में हो रही है वृद्धि'
सीएम ने इन साइटों को लेकर कहा कि विशेष रूप से बच्चों और कम उम्र के कुछ युवा इस तरह की सामाग्री को देखकर कई अपराध की घटनाओं को अंजाम देते हैं. जिससे अनेक सामाजिक समस्याएं उत्पन्न हो रही है और महिलाओं के प्रति अपराध में वृद्धि हो रही है. उन्होंने कहा कि मेरे विचार से अभिव्यक्ति और विचारों की स्वतंत्रता के नाम पर इस तरह की सामग्री की उपलब्धता उचित नहीं है.

पटना
सीएम नीतीश कुमार ने लिखा पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र

पोर्न साइटों पर प्रभावी रूप से होनी चाहिए कार्रवाई-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने पत्र में आगे लिखा है कि इस संबंध में इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट 2000 तथा संशोधित 2008 में इन साइटों पर बैन लगाए गए हैं. परंतु यह प्रभावी नहीं हो रहा है. माननीय उच्चतम न्यायालय ने भी इस संबंध में सरकार को कई दिशा निर्देश दिए हैं. जिस पर विचार किया जाना चाहिए. महिलाओं और बच्चों के विरुद्ध हो रहे ऐसे अपराधों के निवारण के लिए इन साइटों पर प्रभावी रूप से कार्रवाई किया जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि इंटरनेट सेवा प्रदाताओं को भी कड़े निर्देश जारी किए जाने चाहिए.

पटना: मुख्यमंत्री नीतश कुमार ने देश में महिलाओं के प्रति बढ़ रही हिंसा पर रोकथाम के लिए अश्लील (पोर्न) साइट पर प्रतिबंध लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. उन्होंने पीएम को भेजे पत्र में लिखा है कि पिछले कुछ समय से देश के कई राज्यों में महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म और जघन्य तरीके से हत्या की घटनाएं हो रही है. इस घटनाओं ने पूरे देश के जनमानस को उद्वेलित किया है.

बता दें कि मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि इंटरनेट पर लोगों की असीमित पहुंचकर कारण बड़ी संख्या में बच्चे और युवा अश्लील, हिंसक और अनुचित सामग्री देख रहे हैं जो ठीक नहीं है. इंटरनेट पर उपलब्ध पोर्नसाइट्स और अनुचित सामग्री के प्रभाव के कारण ऐसी घटनाएं घटित होती है. कई मामलों में दुष्कर्म की घटनाओं के वीडियो बनाकर व्हाट्सएप, फेसबुक सहित कई सोशल मीडिया पर प्रसारित कर दिए जा रहे हैं.

जानकारी देते संवाददाता अविनाश

'इन साइटों के कारण अपराध में हो रही है वृद्धि'
सीएम ने इन साइटों को लेकर कहा कि विशेष रूप से बच्चों और कम उम्र के कुछ युवा इस तरह की सामाग्री को देखकर कई अपराध की घटनाओं को अंजाम देते हैं. जिससे अनेक सामाजिक समस्याएं उत्पन्न हो रही है और महिलाओं के प्रति अपराध में वृद्धि हो रही है. उन्होंने कहा कि मेरे विचार से अभिव्यक्ति और विचारों की स्वतंत्रता के नाम पर इस तरह की सामग्री की उपलब्धता उचित नहीं है.

पटना
सीएम नीतीश कुमार ने लिखा पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र

पोर्न साइटों पर प्रभावी रूप से होनी चाहिए कार्रवाई-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने पत्र में आगे लिखा है कि इस संबंध में इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट 2000 तथा संशोधित 2008 में इन साइटों पर बैन लगाए गए हैं. परंतु यह प्रभावी नहीं हो रहा है. माननीय उच्चतम न्यायालय ने भी इस संबंध में सरकार को कई दिशा निर्देश दिए हैं. जिस पर विचार किया जाना चाहिए. महिलाओं और बच्चों के विरुद्ध हो रहे ऐसे अपराधों के निवारण के लिए इन साइटों पर प्रभावी रूप से कार्रवाई किया जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि इंटरनेट सेवा प्रदाताओं को भी कड़े निर्देश जारी किए जाने चाहिए.

Intro:पटना-- पोर्न साइट पर प्रतिबंध के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है मुख्यमंत्री ने पीएम को भेजे पत्र में लिखा है कि पिछले कुछ समय से देश के विभिन्न राज्यों में महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म और जघन्य तरीके से हत्या की घटनाओं ने पूरे देश के जनमानस को उद्वेलित किया है । मुख्यमंत्री ने अपने पत्र में लिखा है कि इंटरनेट पर लोगों की असीमित पहुंचकर कारण बड़ी संख्या में बच्चे एवं युवा अश्लील हिंसक और अनुचित सामग्री देख रहे हैं जो अवांछनीय है।


Body:मुख्यमंत्री ने पत्र में प्रधानमंत्री से कहा है इंटरनेट पर उपलब्ध पोर्नसाइट्स और अनुचित सामग्री के प्रभाव के कारण कुछ मामलों में ऐसी घटनाएं घटित होती है कई मामलों में दुष्कर्म की घटनाओं के वीडियो बनाकर सोशल मीडिया व्हाट्सएप फेसबुक आदि पर प्रसारित कर दिए जा रहे हैं। विशेष रूप से बच्चों और कम उम्र के कुछ युवाओं के मस्तिष्क को इस तरह की सामग्री गंभीर रूप से प्रभावित करती है। कई मामलों में इस तरह की सामग्री का उपयोग ऐसे अपराधों के कारक के रूप में दृष्टिगत हुआ है इसके अतिरिक्त ऐसी सामग्री के दीर्घकालीन उपयोग से कुछ लोगों की मानसिकता नकारात्मक रूप से प्रभावित हो रही है जिससे अनेक सामाजिक समस्याएं उत्पन्न हो रही है तथा महिलाओं के प्रति अपराध में वृद्धि हो रहा है।


Conclusion:मुख्यमंत्री ने पत्र में आगे लिखा है कि यद्यपि इस संबंध में इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट 2000 यथा संशोधित 2008 में कतिपय प्रावधान किए गए हैं परंतु यह प्रभावी नहीं हो पा रहा है। माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा भी इस संबंध में सरकार को कई दिशा निर्देश दिए गए हैं।
मेरे विचार से अभिव्यक्ति एवं विचारों की स्वतंत्रता के नाम पर इस तरह की अनुचित सामग्री की असीमित उपलब्धता उचित नहीं है तथा महिलाओं एवं बच्चों के विरुद्ध हो रहे ऐसे अपराधों के निवारण हेतु प्रभावी करवाई किया जाना नितांत आवश्यक है। इंटरनेट सेवा प्रदाताओं को भी कड़े निर्देश देने की आवश्यकता है। साथ ही विभिन्न हितधारकों तथा अभिभावकों शैक्षिक संस्थानों एवं गैर सरकारी संगठनों के सहयोग से व्यापक जागरूकता अभियान चलाना भी आवश्यक है।
अतः मेरा अनुरोध होगा कि इस गंभीर विषय पर तत्काल विचार करते हुए इंटरनेट पर उपलब्ध ऐसी पोर्नसाइट्स अनुचित सामग्री पर प्रतिबंध लगाने हेतु समुचित कार्रवाई करने की कृपा की जाए।
अविनाश, पटना।

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