पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जदयू के विधायकों, सांसदों की बैठक के बाद एनडीए के मुख्यमंत्री पद से राजभवन जाकर इस्तीफा (Nitish Kumar Resign From CM Post) दे दिया. इसके बाद महागठबंधन के आरजेडी, कांग्रेस, वामदलों के साथ बैठक में नेता चुने जाने के बाद राजभवन जाकर फिर से सरकार बनाने के लिए दावा पेश कर दिया. राजभवन दावा पेश करने के लिए जब जा रहे थे तो नीतीश कुमार के साथ तेजस्वी यादव, जीतन राम मांझी, ललन सिंह, विजय चौधरी, अजीत शर्मा, महबूब आलम भी मौजूद थे.
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'दवाब देकर बनाया गया था सीएम': राजभवन में दावा पेश करने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि पार्टी के नेताओं ने एक मत से एनडीए से अलग होने और महागठबंधन के साथ सरकार बनाने का फैसला किया. उन्होंने यह भी कहा कि जदयू की सीट काफी कम हो गया था. हम तैयार नहीं थे मुख्यमंत्री के लिए, लेकिन दबाव देकर मुख्यमंत्री बनाया गया. लेकिन क्या-क्या नहीं बोला गया फिर भी हम चुप रहे. पहले जदयू के साथ दो दल थे, अब पांच दल एकसाथ हो गए हैं. पीएम पद को लेकर सवाल पूछे जाने पर सीएम ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया.
'नहीं होने देंगे बीजेपी का एजेंडा लागू': वहीं तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को साहसिक फैसला लेने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि बिहार में बीजेपी का एजेंडा लागू नहीं होने देंगे. उन्होंने लालू प्रसाद यादव की भी तारीफ की. जेपी नड्डा के इस बयान पर कि क्षेत्रीय दल समाप्त हो जाएंगे, तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार जो लोकतंत्र की जननी है. यहां आकर उन्होंने बयान दिया है. उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (RJD Leader Tejashwi Yadav) ने कहा बीजेपी जिन दलों के साथ रही है, उसे समाप्त करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी. देश में गरीबी बेरोजगारी महंगाई जैसे बड़े मुद्दे हैं. बीजेपी का एजेंडा है जो डरता है उसे डराओ जो बिकता है उसे खरीद लो, लेकिन बिहार में हम लोग बीजेपी का एजेंडा लागू नहीं होने देंगे.शपथ ग्रहण को लेकर और मंत्रिमंडल को लेकर ना तो नीतीश कुमार ने कुछ बोला और ना ही तेजस्वी यादव ने, लेकिन खबर है कि उस पर भी सहमति बन चुकी है. बीजेपी अब विधानसभा में अकेले विपक्ष में रह गयी है.
महागठबंधन के साथ चलेगी नीतीश सरकार : दरअसल, बिहार में जेडीयू और बीजेपी के बीच गठबंधन टूट गया (JDU BJP Alliance in Bihar) है. सभी अटकलबाजियों पर विराम लगाते हुए नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. उन्होंने इसी बीच 160 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपकर सरकार बनाने का भी दावा पेश किया है. संभव है कि कल ही शपथ ग्रहण समारोह होगा. राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि- 'हमारे पार्टी के एमपी एमएलए के विचार विमर्श से ये इच्छा हुई है कि हम लोगों को NDA छोड़ देना चाहिए. इसलिए हमने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया'.
"पहले दो पार्टियों की सरकार थी, अब पांच पार्टी ने मिलकर बिहार में सरकार बनायी है. बीजेपी विपक्ष में अकेली पार्टी है. जदूय को चुनाव में कम सीट था, हम तैयार नहीं थे मुख्यमंत्री बनने के लिए. लेकिन हमको जबरदस्ती बनाया गया. लेकिन क्या-क्या नहीं बोला गया मेरे बारे में" -नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
"पूरे हिंदी पट्टी क्षेत्र में देंखे तो बीजेपी का अब किसी पार्टी से गठबंधन नहीं है. ये तो इतिहास कहता कि भाजपा जिसके साथ रहती है उसको खत्म करने का प्रयास करती है. पंजाब और महाराष्ट्र में ऐसा ही हुआ. बिहार में जो हो रहा था, ये किसी से छुपा हुआ नहीं है. देश में अराजकता का माहौल है. बीजेपी के खिलाफ देश भर की विपक्षी पार्टियां एकजुट हो रही है" - तेजस्वी यादव, आरजेडी नेता