पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि पटना मेट्रो का काम पांच वर्षो के अंदर पूरा हो जाएगा. उन्होंने कहा कि पटना मेट्रो की शुरूआत होने से शहर के लोगों को काफी सहूलियत होगी. बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले नीतीश कुमार ने मंगलवार को सात विभागों की लगभग 7,700 करोड रुपये की विभिन्न योजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास व कार्यारंभ वर्चुअल तरीके से किया.
इस दौरान उन्होंने कहा, 'पटना मेट्रो रेल योजना का भी कार्यारंभ किया जा रहा. इसका शिलान्यास 17 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री ने किया था. पटना मेट्रो रेल का निर्माण कार्य दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के द्वारा किया जा रहा है. 13,590 करोड़ रुपये की लागत से इसके दो खंडों का कार्य पांच वर्षो के अंदर पूर्ण हो जाएगा.'
पटना मेट्रो रेल परियोजना के कोरिडोर का विवरण
कॉरिडोर-1 : दानापुर- मीठापुर-खेमनीचक होगा. इसमें 7.393 किमी उपरिगामी यानी एलिवेटेड होगा और भूमिगत 10.54 किमी होगा. इस प्रकार कुल 17.933 किमी में कॉरिडोर-1 बनेगा. वहीं कॉरिडोर 2 में पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन- गांधी मैदान-पाटलिपुत्र आईएसबीटी शामिल है. 14.564 किमी के इस कॉरिडोर में कुल 6.638 किमी उपरीगामी और 7.926 भूमिगत होगा.
स्टेशन का नाम और उसकी प्रकृति-
दानापुर- उपरीगामी
सगुना मोड़- उपरीगामी
आर पी एस मोड़- उपरीगामी
पाटलिपुत्र- उपरीगामी
रुकनपुरा- भूमिगत
राजा बाजार- भूमिगत
पटना चिड़ियाघर- भूमिगत
विकास भवन- भूमिगत
विद्युत भवन- भूमिगत
पटना स्टेशन- भूमिगत
मीठापुर- उपरीगामी
रामकृष्ण नगर- उपरीगामी
जगनपुरा- उपरीगामी
खेमनीचक- उपरीगामी
कॉरिडोर: 2
पटना स्टेशन- भूमिगत
आकाशवाणी- भूमिगत
गांधी मैदान- भूमिगत
पीएमसीएच- भूमिगत
पटना विश्वविद्यालय- भूमिगत
मोइन उल हक स्टेडियम- भूमिगत
राजेंद्र नगर- भूमिगत
मलाही पकड़ी- उपरीगामी
खेमनीचक-- उपरीगामी
भूतनाथ रोड- उपरीगामी
जीरो माइल- उपरीगामी
पाटलिपुत्र आईएसबीटी- उपरीगामी
फल्गु नदी के दोनों किनारों तक जाने के लिए पुल
मुख्यमंत्री ने कहा कि गया के विष्णुपद मंदिर के डाउन स्ट्रीम के 300 मीटर में फल्गु नदी में रबर डैम बनाया जा रहा है, जिसमें सालों भर कम से कम दो फीट पानी रहेगा. नदी घाट की चौड़ाई के 500 मीटर के क्षेत्र के जलभंडारण होगा. फल्गु नदी के दोनों किनारों तक जाने के लिए एक पुल भी होगा.
उन्होंने कहा कि यहां पितृपक्ष में लाखों की संख्या में श्रद्घालु पिंडदान के लिए आते हैं. पानी की उपलब्धता से उन्हें सहूलियत होगी. यह योजना 266 करोड़ रुपये की लागत से प्रारंभ की गई है.
छह घंटे के बाद अब पटना 5 घंटे में पहुंचने का लक्ष्य
उन्होंने बताया कि 68 सहायक यांत्रिक अभियंताओं को भी नियुक्ति पत्र दिया गया है. मुख्यमंत्री ने पथ निर्माण विभाग की चर्चा करते हुए कहा कि राज्य के किसी भी भाग से राजधानी पटना छह घंटे में पहुंचने के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया गया है, अब पांच घंटे के लक्ष्य को प्राप्त करने को लेकर कार्य किया जा रहा है.
सड़कों के निर्णाण पर 54,461 करोड़ की राशि व्यय
उन्होंने कहा, 'केंद्र सरकार की लगातार मदद मिल रही है. राज्य में पथ निर्माण का कार्य लगातार जारी है. वर्ष 2006 से लेकर अब तक पथ निर्माण के क्षेत्र में 54,461 करोड़ रुपये की राशि व्यय की गई है.'
सीएम नीतीश द्वारा कही गयी 10 महत्वपूर्ण बातें :-
- बिहार में 21 सितम्बर 2020 को 1 लाख 94 हजार 88 सैंपल्स की जांच की गई. देश के किसी भी प्रांत में एक दिन में कोरोना संक्रमण की इतनी जांच नहीं की गई है. बिहार में अब राष्ट्रीय औसत से ज्यादा जांच हो रही है.
- बिहार में ईको टूरिज्म की असीम संभावनाएं हैं. पर्यावरण संरक्षण को देखते हुये हमने शुरु से ही बिहार में ईको टूरिज्म पर जोर दिया. ईको टूरिज्म का एक विंग फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में ही बनाया जायेगा.
- पैक्सों को कृषि यंत्र प्रदान किये जा रहे हैं, इससे किसानों को कृषि कार्य में सुविधा होगी.
- 13,590 करोड़ रुपये की लागत से पटना मेट्रो के दो खंडों का कार्य 5 वर्ष के अंदर पूरा होगा, जिससे यहां के लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी. आज मलाही पकड़ी से बस स्टैंड तक के मेट्रो रूट का शिलान्यास किया गया है.
- पटना में राष्ट्रीय डॉल्फिन शोध संस्थान के बनने से डॉल्फिन के संरक्षण में मदद मिलेगी. हमलोगों ने प्रयास कर गांगेय डॉल्फिन को राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित कराया था.
- जिस तरह बाघों की संख्या अच्छे वन क्षेत्र पर निर्भर करती है, उसी तरह गांगेय डॉल्फिन की संख्या गंगा नदी की स्वच्छता एवं निर्मलता पर निर्भर करेगी.
- फल्गु नदी में रबर डैम बनाने से विष्णु पद मंदिर के पास वर्ष भर 2 फीट पानी उपलब्ध रहेगा, इससे श्रद्धालुओं को तर्पण करने में काफी सहूलियत होगी.
- वर्ष 2005 से लेकर अब तक पथ निर्माण के क्षेत्र में राज्य निधि से 54,461 करोड़ रूपये की राशि व्यय की गई है.
- राज्य में स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी बेहतर कार्य किये गये हैं और ऐसी व्यवस्था बनायी गई है कि किसी को भी इलाज के लिए मजबूरी में बिहार के बाहर जाना नहीं पड़े.
- हमारा संकल्प है कि बिहार को विकसित राज्य बनायेंगे. हमारा परिवार पूरा बिहार है.