पटना: बिहार विधानसभा में बुधवार का दिन गहमागहमी से भरा रहा. स्पीकर और सम्राट चौधरी के बीच हुए हंगामे का मामला भले शांत पड़ गया. मंत्री सम्राट चौधरी ने अपने बर्ताव को लेकर विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा से माफी भी मांग ली. इस पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आज प्रधानमंत्री के साथ मीटिंग और नए सदस्यों को लेकर राज्यपाल के साथ चर्चा के कारण व्यस्त था. गुरुवार को इन सारी बातों पर हम मिलकर चर्चा करेंगे.
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''चाहे पक्ष हो या विपक्ष सभी को सदन की गरिमा बनाए रखना चाहिए. अध्यक्ष के पद को लेकर भी सबको ध्यान रखना चाहिए. जिनसे भूल हुई है, उन्होंने इस बात के लिए क्षमा मांग ली है, इसलिए बात खत्म हो गई. लेकिन फिर भी हम अपील करेंगे कि सबको इस बारे में ध्यान रखने की जरूरत है''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
'हमारे पास सीमित अधिकार'
वहीं, मनोनयन को लेकर जदयू नेता राजीव रंजन और जीतन राम मांझी की नाराजगी के बारे में उन्होंने अनभिज्ञता जताई है. उन्होंने कहा कि हमारे पास सीमित अधिकार है और ऐसे में अगर कोई अपनी राय रखता है तो उसमें क्या कहा जाए. लेकिन किसी के बोलने से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है.
'शराबबंदी से कोई समझौता नहीं'
रामसूरत राय पर लगे आरोपों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो टूक कहा कि मंत्री रामसूरत राय पर अनावश्यक आरोप लगाए जा रहे हैं. मंत्री ने खुद सारी बातें स्पष्ट रूप से कह दी है, इसलिए इसमें कहीं कोई शंका की बात नहीं है. अगर मंत्री के रिश्तेदार इस मामले में संलिप्त होंगे तो उन पर कार्रवाई के लिए भी मंत्री ने मना तो नहीं किया है. उन्होंने कहा कि शराबबंदी से बिहार में कोई समझौता नहीं होगा.