पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को 1 अणे मार्ग स्थित नेक संवाद से वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बाढ़ और कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित जिलों में जिन लोगों को निष्क्रमित कर बाहर लाया जा रहा है, उन्हें अच्छे राहत कैंपों में रखा जाये. साथ ही उन्हें मुफ्त में मास्क उपलब्ध कराया जाये.
6 हजार रुपये की सहायता
नीतीश कुमार ने कहा कि एसओपी के अनुसार सारी व्यवस्थायें सुनिश्चित की जाये. उन्होंने कहा कि पूर्वानुमान के अनुसार ऐहतियाती सारी व्यवस्थायें पूर्ण रखें. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित सभी परिवारों के बीच जीआर वितरण का कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जाये. एसओपी के अनुसार बाढ़ प्रभावित परिवारों को 6-6 हजार रुपये की सहायता उपलब्ध करायी जाये. इसमें किसी भी प्रकार की राशि की कमी नहीं होने दी जायेगी. आपदा पीड़ितों का राज्य के खजाने पर पहला अधिकार है.
टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में नावों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाये. कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग भी अपनी जांच कराना चाहते हैं, उनकी डिमांड बेस्ड टेस्टिंग सुनिश्चित करायी जाये. आरटीपीसीआर से भी टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने का मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया.
मरीजों के इलाज की अच्छी व्यवस्था
नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना मरीजों के इलाज की अच्छी व्यवस्था हो और इसमें लोगों को परेशानी न हो, यह सुनिश्चित किया जाये. उन्होंने निर्देश दिया कि सभी कोरोना संक्रमित मरीजों के बेड के पास ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य आवश्यक उपकरणों के साथ गुणवतापूर्ण चिकित्सा सुनिश्चित करायी जाये. साथ ही स्वास्थ्य विभाग सैंपल्स के रिजल्ट को कम से कम समय में और अधिकतम 24 घंटे में लोगों को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें.
कई अधिकारी रह मौजूद
इस मौके पर मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित रहे. जबकि प्रधान सचिव आपदा प्रबंधन प्रत्यय अमृत, प्रधान सचिव स्वास्थ्य उदय सिंह कुमावत, सचिव जल संसाधन संजीव कुमार हंस सहित अन्य वरीय अधिकारी वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े.