पटना: बिहार बाढ़ और सुखाड़ दोनों का दंश झेलता है. ऐसे में सीएम नीतीश कुमार ने इन दोनों पर अधिकारियों को काम करने के निर्देश देते हुए विभागों को निर्देश दिए हैं. नीतीश ने कहा कि बाढ़ और सुखाड़ दोनों की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए सभी विभाग के अधिकारी और जिलाधिकारी पूरी तरह अलर्ट रहें.
बाढ़ और सुखाड़ को लेकर सीएम नीतीश की समीक्षा बैठक: आपदा प्रबंधन विभाग से लेकर अन्य संबंधित अधिकारियों को सीएम नीतीश ने कहा कि क्या-क्या करने की जरूरत है ताकि लोगों को कोई दिक्कत नहीं हो, उसपर फोकस करना है. उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी नदियों को आपस में जोड़ने की कार्ययोजना बनाएं. नदियों के गाद की उड़ाही एवं शिल्ट हटाने को लेकर तेजी से कार्य करें, इससे बाढ़ का खतरा भी कम रहेगा और नदियों की जल संग्रहण क्षमता भी बढ़ेगी.
"सिंचाई कार्य में और सुविधा होगी. भू-जलस्तर पर नजर रखें और पेयजल का इंतजाम रखें. हर घर नल का जल योजना से लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है, इसे पूरी तरह मेंटेन रखें. जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत जल संरक्षण को लेकर कार्य किए जा रहे हैं, इसकी भी सतत् निगरानी करें और इसे बेहतर ढंग से क्रियान्वित करें."- नीतीश कुमार, सीएम, बिहार
आग की घटनाओं को लेकर भी निर्देश: आगे निर्देश देते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि निजी मकानों में भी लोगों को छतवर्षा जल संचयन के लिए प्रेरित करें. पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष गर्मी ज्यादा है. इसे ध्यान में रखते हुये सभी प्रकार की तैयारी रखें और लोगों को सचेत करें. आग लगने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं, उससे बचाव के लिए त्वरित कार्रवाई करें.
कई विभागीय मंत्री रहे मौजूद: बैठक में स्वास्थ्य विभाग सह पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत सहित सभी विभागों के पदाधिकारियों ने तैयारियों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी. बैठक में डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव, आपदा प्रबंधन मंत्री शाहनवाज, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्यमंत्री विजय कुमार चौधरी, ऊर्जा सह योजना एवं विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा सहित कई विभागों के मंत्री और अधिकारी मौजूद थे.