पटनाः पिछले दिनों राज्य के विभिन्न जिलों में असामयिक वर्षा ओलावृष्टि और आंधी-तूफान से हुई फसल क्षति को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प भवन में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. जहां उन्होंने 17 मार्च से 21 मार्च 2023 को राज्य के विभिन्न जिलों में ओलावृष्टि से हुयी फसल की बर्बादी का सर्वेक्षण और आकलन किया. इस दौरान उन्होंने लोगों को जल्द राहत पहुंचाने का निर्देश आपदा प्रबंधन विभाग और कृषि विभाग को दिया.
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33 प्रतिशत से अधिक फसल की क्षति: मुख्यमंत्री के निर्देश के आलोक में कृषि विभाग और संबंधित जिलाधिकारियों द्वारा प्रभावित जिलों में फसल क्षति का विस्तृत सर्वेक्षण कराया गया. बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल ने सीएम को जानकारी दी कि कृषि विभाग द्वारा कराये गये विस्तृत सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार राज्य के छह जिलों- पूर्वी चम्पारण, मुजफ्फरपुर, गया, शिवहर रोहतास एवं सीतामढ़ी जिले के कई पंचायतों में खड़ी फसल की क्षति 33 प्रतिशत से अधिक दर्ज की गयी है, जिसका कुल रकबा 54 हजार 22 हेक्टेयर है.
92 करोड़ कृषि विभाग को उपलब्ध कराने का निर्देशः समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग को प्रभावित किसानों को फसल क्षति के भुगतान के लिये 92 करोड़ रुपये की राशि कृषि विभाग को अविलम्ब उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने कृषि सचिव को निर्देश दिया कि वे आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा उपलब्ध करायी जाने वाली राशि को प्रभावित किसानों के खाते में शीघ्र अंतरित करना सुनिश्चित करें. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि आपदा प्रबंधन विभाग, कृषि विभाग एवं संबंधित जिलाधिकारी इसका सघन अनुश्रवण करेंगे. इस बैठक में मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, अपर मुख्य सचिव वित्त डॉ. एस. सिद्धार्थ, कृषि सचिव एन. श्रवन कुमार और आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल भी मौजूद रहे.