पटना: मणिपुर में जेडीयू के 5 विधायकों के बीजेपी में शामिल होने पर बिहार में राजनीति गरमा गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो हुआ, वह ठीक नहीं हुआ. जेडीयू राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक के दौरान जब मीडिया ने उनसे मणिपुर सियासी प्रकरण पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि जो कुछ हुआ, वह ठीक नहीं हुआ. सीएम ने कहा कि जब वह एनडीए से अलग हुए थे, तभी मणिपुर के सभी छह विधायकों ने उन्हें आश्वासन दिया कि वे जेडीयू के साथ हैं. अभी वह बिहार आकर मिलने वाले थे लेकिन उससे पहले ही उनको बीजेपी ने अपने साथ मिला लिया.
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"मणिपुर का जब रिजल्ट आया था, छह विधायक हमारे जीते थे. तब सभी लोग यहां मिलने आए थे. अब जब एनडीए से अलग होने के बाद तय हो गया था कि अपनी पार्टी के लोग से मिलने के लिए हम सब जगह जाएंगे तो ऐसा किया गया. ये हो क्या रहा है. जरा सोच लीजिए. किस तरह दूसरी पार्टी के जीतने वाले लोग को अपनी तरफ ले रहे हैं. एक नए ढंग का काम किया जा रहा है. वो सभी एमएलए तो कुछ दिन पहले कहा था कि आ रहे हैं यहां मिलने, लेकिन उससे पहले ही सब को पकड़कर अपनी तरफ कर लिया. जो पार्टी का अन्य राज्यों में लोग जीतते हैं, उसको अपनी तरफ कब्जा करना. यही सोचते हैं. यही उनका काम है"- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
मणिपुर में जेडीयू के पांच विधायक बीजेपी में शामिल: बता दें कि जेडीयू ने इस साल मार्च में मणिपुर विधानसभा चुनाव में 38 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, जिसमें से छह ने जीत दर्ज की थी. बीजेपी में शामिल होने वाले जेडीयू विधायकों में केएच जॉयकिशन, एन सनाते, मोहम्मद अछबउद्दीन, पूर्व पुलिस महानिदेशक ए एम खाउटे और थांगजाम अरुण कुमार शामिल हैं. अभी तक इन विधायकों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन जेडीयू के लिए ये ना सिर्फ एक झटका है बल्कि पूर्वोतर में कमजोर होती पकड़ का एक संकेत है. असल में कुछ समय पहले ही अरुणाचल प्रदेश में भी जेडीयू का एक मात्र विधायक बीजेपी में शामिल हो गया था. ऐसे में उस राज्य से जेडीयू का प्रतिनिधित्व ही समाप्त हो गया.
मणिपुर में टूट के बाद बौखलायी JDU: बिहार जेडीयू के प्रवक्ताओं ने बीजेपी पर हमला बोलना शुरू कर दिया है. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार (JDU Leader Neeraj kumar) ने कहा कि फर्जी नैतिकता के कुलाधिपति बनने का बीजेपी दावा करती है, लेकिन इसके मूल्य चरित्र में कैसा बदलाव आया है. उन्होंने कहा कि अब अटल आडवाणी वाली बीजेपी नहीं है, अब वैचारिक रूप से समाज में वैमनस्य फैलाने और सहयोगियों के साथ विश्वासघात करने का बदलाव बीजेपी में आया है. बिहार ने तो इसको लेकर नजीर पेश कर दी है.
ललन सिंह का बीजेपी पर हमला: जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इस मामले के बहाने सुशील मोदी को सोशल मीडिया पर नसीहत (Lalan Singh Attack Sushil Modi on Manipur Episode) दी है. उन्होंने लिखा- 'सुशील जी, आपको स्मरण कराना चाहते हैं कि अरुणाचल और मणिपुर दोनों जगह जद (यू.) ने बीजेपी को हराकर सीटें जीती थी. इसलिए जद (यू.) से मुक्ति का दिवास्वप्न मत देखिए. अरुणाचल प्रदेश में जो हुआ था, वह आपके गठबंधन धर्म के पालन के कारण हुआ था ? ....और मणिपुर में एक बार फिर बीजेपी का नैतिक आचरण सबके सामने है.'ललन सिंह ने आगे लिखा, 'आपको तो याद होगा 2015 में प्रधानमंत्री जी ने 42 सभायें की, तब जाकर 53 सीट ही जीत पाए थे. 2024 में देश जुमलेबाजों से मुक्त होगा.....इंतजार कीजिए. आप इसी तरह अपने नेतृत्व को जद (यू.) को खत्म करने का दिवास्वप्न दिखाते रहिए. आपको कुछ न कुछ जरूर मिल जाएगा. आपको मेरी शुभकामनाएं.'
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