पटना: राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election in India) की तारीख की घोषणा के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाने की चर्चा जोर शोर से हो रही है. इस पर सीएम नीतीश कुमार ने प्रतिक्रिया (Nitish Kumar On Presidential Candidate) दी है. उन्होंने कहा कि अभी तो कोई नौबत नहीं आई है. अभी तो कहीं से कुछ ऐसा आया नहीं है कि कौन उम्मीदवार (Presidential Election 2022 Candidates) होंगे, एक ही होंगे कि अनेक होंगे. एनडीए की तरफ से कौन आएगा? एक आएगा कि ज्यादा ये सब आगे की बात है.
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राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर सीएम का बयान: जनता दरबार के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कहा कि मेरी इन सब में कोई दिलचस्पी नहीं है. पहले भी हमने इस मुद्दे पर अपनी बात रख दी थी. अब एक बार फिर से चल रहा है तो मुझे बीच में लाकर इस तरह का सवाल मत कीजिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर कहा कि पहले भी आप लोग जानते हैं कि 2 बार हमारी पार्टी ने जहां थे उससे अलग हटकर वोट किया था लेकिन अभी तो ऐसी नौबत नहीं आई है अभी तो उम्मीदवार का नाम ही नहीं आया है. ममता बनर्जी की ओर से 15 जून को बैठक बुलाए जाने पर नीतीश कुमार ने कहा जिनका जो काम है करें हम लोग एनडीए में हैं तो एक उम्मीदवार होगा कि क्या होगा यह सब तो आगे की बात है. इस सब पर अभी प्रतिक्रिया क्या देना है.
"अभी तो अंदुरुनी बातचीत चल रही है. अभी कोई बात आई नहीं है. किस तरफ से कौन कैंडिटेड होंगे कोई बात नहीं हुई है. कौन क्या बोलते रहता है. हमारी कोई इच्छा नहीं है. आज थोड़ी न मुझे राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बोला गया है, कई महीना पहले भी कहा गया था. मेरी इसमें कोई दिलचस्पी नहीं है. हम तो पहले ही कह चुके हैं. यह सब सवाल करके हमको मत फंसाइये."- नीतीश कुमार, सीएम, बिहार
नीतीश कुमार दिल्ली के लिए तैयार! रायसीना की रेस में नीतीश कुमार को शामिल करने के पीछे की कहानी बहुत पुरानी है. पीके से मुलाकात के बाद इसकी शुरुआत हुई, हालांकि नीतीश कुमार ने इसको नकार दिया. इसके बाद मीडिया रिपोर्ट में आया कि नीतीश कुमार ने राज्यसभा जाने की इच्छा जतायी है, लोग कहने लगे.. उपराष्ट्रपति की तैयारी है. इतना ही नहीं जिस प्रकार से नीतीश कुमार अपने पुराने इलाके बाढ़ और नालंदा में जनसंपर्क करने लगे, लोग कहने लगे कि अब दिल्ली जाने की तैयारी है.
एनडीए की राज्यों में स्थिति कमजोर: राज्यों में कुल मिलाकर 4033 विधायक हैं, जिनके 546000 पॉइंट्स हैं. 17 राज्यों में बीजेपी की सरकार है, लेकिन 9 राज्य ऐसे हैं जहां के विधायकों के वोटों की वैल्यू 30 पॉइंट से भी कम है. विपक्ष के पास 11 राज्यों में सरकार है, लेकिन 8 बड़े राज्य उनके खाते में है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के पक्ष में राज्यों में कुल मिलाकर 220937 पॉइंट्स हैं. एनडीए के साथ 40.43% का समर्थन है, जबकि विपक्ष के पास विधानसभाओं में 324590 पॉइंट हैं. विधानसभा में विपक्ष के साथ 59.57% विधायकों का समर्थन है.
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