पटना : बिहार के नियोजित शिक्षक अब मामूली परीक्षा पास कर सरकारी कर्मी बन जाएंगे. प्रदेश के नियोजित शिक्षकों की लंबे समय से मांग रही है कि उन्हें सरकारी कर्मी अर्थात राज्य कर्मी का दर्जा दिया जाए. ऐसे में गुरुवार को विद्यालय अध्यापक नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घोषणा की. उन्होंने कहा कि अब प्रदेश के नियोजित शिक्षक एक मामूली परीक्षा पास कर सरकारी कर्मी बन जाएंगे.
''सरकार सभी का हित सोच रही है. सभी के लिए बेहतर करने का प्रयास कर रही है. इस बार 68000 नियोजित शिक्षक शामिल हुए जिसमें 28815 पास किए हैं. हम लोगों ने यह भी तय कर दिया है कि जितने भी नियोजित शिक्षक हैं, उनके लिए एक मामूली परीक्षा लेकर उन्हें भी परमानेंट शिक्षक बनाया जाएगा और सरकारी कर्मी बनाया जाएगा.''- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
शिक्षक संघ ने किया स्वागत : वहीं मुख्यमंत्री की इस घोषणा का शिक्षक संघों ने स्वागत किया है. टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक राजू सिंह ने कहा है कि मामूली परीक्षा लेकर नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी बनाए जाने का सीएम का बयान स्वागत योग्य है. जितनी बड़ी संख्या में नियोजित शिक्षकों ने प्रथम चरण की शिक्षक बहाली परीक्षा में सफलता हासिल की है. यह नियोजित शिक्षकों की गुणवत्ता का प्रमाण है.
''अब मुख्यमंत्री ने घोषणा कर दी है तो वह सरकार और शिक्षा विभाग से यही मांग करेंगे कि एक महीना के भीतर उनकी सक्षमता परीक्षा आयोजित करा ली जाए. इसके साथ ही इस साल के अंत से पहले ही नए साल में नियोजित शिक्षकों को सरकारी कर्मी का तोहफा भी सरकार दे दे.''- राजू सिंह, प्रदेश संयोजक, टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ
'10 लाख सरकारी नौकरी देने के लिए तेजी से हो रहा काम' : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 10 लाख सरकारी नौकरी, 10 लाख रोजगार देने के लिए उनकी प्रतिबद्धता है. 50000 हेड मास्टर, 51000 पुलिस अधिकारी भी जल्द नियुक्त किए जाएंगे. अगले डेढ़ साल में 10 लाख सरकारी नौकरी देने की तैयारी है. 5 लाख लोगों को रोजगार का अवसर मिल गया है. सरकार तेजी से काम कर रही है. 10 लाख नौकरी और 10 लाख रोजगार देने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है.
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