पटना: ब्राजील के भारत में राजदूत एए कोरिया डो लागो रविवार को एक अन्ने मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पहुंचे. यहां उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से शिष्टाचार मुलाकात की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने ब्राजील के राजदूत को बिहार की सांस्कृतिक और पौराणिक धरोहरों के बारे में बताया.
एए कोरियो डो लागो को नीतीश कुमार ने बिहार म्यूजियम, पटना म्यूजियम और वैशाली के बुद्ध संग्रहालय बोधगया स्थित महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र के बारे में जानकारी दी. इसके साथ ही बिहार में पशु विज्ञान महाविद्यालय की स्थापना की गई है, इस बारे में भी सीएम नीतीश ने ब्राजील के भारत में राजदूत को अवगत कराया.
बिहार भ्रमण के लिए दिया आमंत्रण
ब्राजील पशुओं के उत्पादकता के उन्नत तकनीक के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है. मुख्यमंत्री ने ब्राजील के शोध संस्थान और बिहार के पशु विज्ञान महाविद्यालय के बीच ज्ञान का परस्पर आदान-प्रदान करने पर बल दिया. साथ ही ब्राजील के प्रतिनिधिमंडल को बिहार आने का आमंत्रण भी दिया.
गन्ना खेती पर अहम चर्चा
इस मुलाकात में गन्ना की खेती में उत्पादकता बढ़ाने के साथ-साथ बायोफ्यूल से संबंधित नए तकनीक पर भी चर्चा हुई. मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ वर्ष पूर्व ही राज्य सरकार ने गन्ना से शत-प्रतिशत इथेनॉल बनाने के संबंध में कानूनी प्रावधान करने के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया था, लेकिन उस पर सहमति नहीं बनी थी. मुख्यमंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन को देखते हुए अब वक्त आ गया है कि सभी को इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए.
'इंडिया-ब्राजील के बीच तकनीकी साझेदारी जरूरी'
मुख्यमंत्री ने ब्राजील के भारत में राजदूत को जल जीवन हरियाली अभियान के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी. ब्राजील के राजदूत ने भी कहा कि कृषि एवं पशु विज्ञान के क्षेत्र में भारत और ब्राजील के बीच पारस्परिक तकनीकी साझेदारी की काफी संभावना है. इस मौके पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार और सचिव मनीष वर्मा भी मौजूद रहे.