पटना: मुख्यमंत्री आवास में जेडीयू की बैठक हुई. जहां सभी जिलाध्यकों से सीएम नीतीश कुमार ने सीधा संवाद किया. पार्टी के कई वरिष्ठ मंत्री और प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा मौजूद रहे. हालांकि इस बैठक में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह नहीं पहुंचे थे. 4 घंटे तक चली मैराथन बैठक के बाद जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि लंबी बैठक चलने का कारण यह है कि सभी संगठन के जिला अध्यक्षों से सीएम ने एक-एक कर राय ली .
"लंबे समय तक बैठक चलने का कारण ये है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी सीधा संवाद करते हैं. तमाम लोगों ने उनके सामने अपनी राय रखी. चुनाव तो हमलोग मजबूती से लड़ते हैं. इंडिया गठबंधन को लेकर सभी लोगों ने एकजुटता व्यक्त की है"- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जेडीयू
क्या बोले जेडीयू प्रवक्ता?: 4 घंटे तक चली बैठक को लेकर नीरज कुमार ने कहा कि कर्पूरी चर्चा से लेकर जातीय गणना को लेकर बीजेपी के खिलाफ पोल खोल अभियान जैसे कार्यक्रम के बारे में भी जिलाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री के सामने अपनी बात रखी. जो भी समस्याएं आ रही है, उसके बारे में भी चर्चा हुई है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि जो भी विकास कार्य हो रहे हैं, उसके बारे में शहर से गांव तक लोगों को जानकारी दें.
ललन सिंह को लेकर क्या बोले नीरज? जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि इसके अलावा मुख्यमंत्री ने इलेक्ट्रानिक सामानों के प्रयोग के साथ कागज पर भी उपलब्धि लिखने की सलाह दी, जिससे कि वह डॉक्यूमेंट हमेशा बना रहे. वहीं लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर नीरज ने कहा कि हम लोग तो चुनाव लड़ने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. 2015 में भी चुनाव मजबूती से लड़ा था. ललन सिंह के नहीं आने पर सफाई देते हुए जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि वह बीमार हैं. हमारे सांसद भी हैं, हमको पता है उनके बारे में.
नीतीश कुमार हैं पीएम मटेरियल: उधर, बैठक से बाहर निकलने के बाद छपरा के जेडीयू जिलाध्यक्ष आफताब आलम राजू ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने क्षेत्र की समस्याओं को सुना है और उसी को लेकर दिशा निर्देश दिया है. सरकार के कामकाज को जनता के बीच ले जाने और जनता के बीच रहने का भी निर्देश दिया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पीएम पद के उम्मीदवार हैं, वह पीएम मटेरियल हैं.
प्रभारी और 534 प्रखंड अध्यक्षों से मिलेंगे सीएम: मुख्यमंत्री की जिला अध्यक्षों से मुलाकात के बाद अब विधानसभा के सभी प्रभारी और 534 प्रखंड के अध्यक्ष से भी चर्चा होगी. सीएम उनसे भी फीडबैक लेंगे और उन्हें फिर टिप्स भी देंगे. 2024 के लिए एक तरह से रणनीति तैयार हो रही है. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जिस प्रकार नीतीश कुमार की मुलाकात हुई है, उसके बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. वैसे भी मुख्यमंत्री जब भी इस तरह की बैठक करते हैं तो कोई बड़ा फैसला लेते हैं, ऐसे में कई तरह की चर्चा भी शुरू है.