पटना : बिहार के नौ जिलों में 22 लोगों की डूबने से मौत हो चुकी है. इनमें सबसे अधिक भोजपुर में 05, जहानाबाद में 04, पटना में 03, रोहतास में 03, दरभंगा में 02, नवादा में 02, मधेपुरा में 01, कैमूर में 01 तथा औरंगाबाद में 01 की मौत हुई है. सीएम ने इन मौतों पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये अनुग्रह अनुदान राशि अविलंब देने का निर्देश दिया है.
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नहीं थम रही डूबने की घटनाएं : वैसे तो आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से ऐसे तो लगातार नदी किनारे जो लोग रह रहे हैं, उन्हें सचेत किया जा रहा है. साथ ही बरसात के दिनों में नदियों में जाने में एहतियात बरतने की अपील भी की जाती है, लेकिन लोग आपदा प्रबंधन विभाग की हिदायत को नजर अंदाज करते हैं और इस कारण बिहार में लगातार डूबने की घटनाएं हो रही हैं. वैसे सरकार की ओर से मृतकों के परिजन को चार लाख रुपये देने की व्यवस्था जरूर की गई है. उससे परिजनों को राहत मिल रही है, लेकिन डूबने की घटनाओं पर रोक लगाना चुनौती बन गई है.
भागलपुर में डूबने से बच्चे की मौत : इधर भागलपुर जिले के नाथनगर थाना क्षेत्र में चंपा नदी घाट पर दो दिन पहले डूबे बच्चे का शव बरामद हुआ है. बताया जाता है कि दो दिन पूर्व वह चंपा नदी घाट पर जितिया पर्व के अवसर पर नहाने गया था. इसी क्रम में वह गहरे पानी में चला गया. इसके बाद इसकी जानकारी पुलिस और प्रशासन को दी गई. फिर एसडीआरएफ ने भी काफी ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन शव नहीं मिला.
दो दिन तक नहीं मिला शव : दो दिन तक लागातर एसडीआरएफ की टीम बच्चे के शव को ढूंढती रही लेकिन शव नहीं मिला. इस कारण स्थानीय लोगों ने प्रशासन के विरोध में अपना आक्रोश भी प्रकट किया और जमकर हंगामा किया. आज खुद ब खुद बच्चे का शव श्रीरामपुर पुल के नीचे बहता हुआ आकर लग गया था.