पटना: कोरोना संकट के बीच स्टेट लेवल बैंकर्स कमेटी की सोमवार को महत्वपूर्ण बैठक हो रही है. यह बैठक मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में की जा रही है. इस मीटिंग में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हो रही है.
ये पहली बार है जब कोरोना काल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने एक अन्ने मार्ग और संवाद कक्ष से बाहर निकलकर अधिवेशन भवन में बैठक कर रहे हैं. उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, कई अन्य विभागों के मंत्री, आलाधिकारी और बैंकों के अधिकारी मौजूद हैं. हालांकि, अधिवेशन भवन में मीडिया के प्रवेश पर रोक लगी दी गई है.
सीएम आवास और संवाद कक्ष से बाहर निकले सीएम
हर साल एसएलबीसी की बैठक आयोजित की जाती है. इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल होते रहे हैं. हर साल मार्च में होने वाली बैठक इस बार कोरोना महामारी की वजह से जून में हो रही है. बैठक में सीडी रेशियो सहित कई मुद्दों पर चर्चा होती है. इसके अलावा प्रधानमंत्री के 20 लाख करोड़ पैकेज में बैंकों की भूमिका क्या होगी, इस पर भी मुख्यमंत्री बैंक अधिकारियों से चर्चा कर रहे हैं.
बैंक अधिकारियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच बहस
अधिवेशन भवन में प्रवेश को लेकर कई बैंक अधिकारियों की सुरक्षाकर्मियों के साथ बहस भी हुई. दरअसल, कोई लिस्ट प्रवेश द्वार के पास नहीं थी, ऐसे में स्टेट बैंक के वरीय अधिकारी ने बैंक के वरिष्ठ अधिकारी की गाड़ी रोके जाने पर मीटिंग को रद्द करने तक की धमकी दे डाली. एसएलबीसी की बैठक आमतौर पर बड़े होटलों में होती रही है. पहली बार यह बैठक इस तरह किसी हॉल में की जा रही है.
पीएम पैकेज और अन्य योजनाओं को लेकर चर्चा
बैठक के बाद में उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ही मीटिंग के बारे में मीडिया को जानकारी देंगे. ऐसे में यह बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. खासकर प्रधानमंत्री के पैकेज को लेकर बिहार को बैंकों से सहयोग की उम्मीद है, क्योंकि पहले लगातार बैंक का रवैया बिहार के प्रति अच्छा नहीं रहा है. ऐसे में मुख्यमंत्री की पहल प्रधानमंत्री पैकेज के साथ बिहार में सीडी रेशियो, किसान क्रेडिट कार्ड सहित विभिन्न योजनाओं को लेकर भी होगी. मीटिंग में उस पर चर्चा की जाएगी.