ETV Bharat / state

शराबबंदी के बाद बिहार में कितने बचे हैं शराबी? गिनती करायेगी नीतीश सरकार

बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) लागू है. सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मद्य निषेध से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि गड़बड़ी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही उन्होंने बिहार में शराब पीना छोड़ने वालों की गिनती कराने का आदेश दिया है. पढ़िए पूरी खबर.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
author img

By

Published : Feb 7, 2022, 10:27 PM IST

Updated : Feb 8, 2022, 9:33 AM IST

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने एक अणे मार्ग स्थित लोक संवाद में मद्य निषेध के क्रियान्वयन से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक (CM Nitish Review Meeting To Prohibition) की. इस दौरान सीएम ने कहा कि शराबबंदी के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की कोताही नहीं हो. शराब माफिया के गिरोहों को ध्वस्त कर शराब के धंधेबाजों के खिलाफ कार्रवाई हो. वहीं गड़बड़ी करने वाले सरकारी अधिकारी और कर्मी के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करें. इसके साथ ही उन्होंने शराब पीना छोडने वालों की गिनती कराने का भी निर्देश दिया.

ये भी पढ़ें-बिहार में छोटी नदियों को जोड़ने का होगा काम, मुख्यमंत्री ने दिए योजना बनाने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले कराये गये आंकलन से पता चला था कि एक करोड़ 64 लाख लोगों ने शराबबंदी के बाद शराब पीना छोड़ दिया है. पुनः इसका आकलन करायें कि अब इसकी संख्या कितनी बढ़ी है. बैठक में मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से 16 नवंबर 2021 के बाद से अब तक की गई कार्रवाई, ड्रोन, मोटर बोट, स्वान दस्ता आदि के माध्यम से छापेमारी अभियान, जब्त शराब, अभियुक्तों की गिरफ्तारी और कार्रवाई के संबंध में विस्तृत जानकारी दी.

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की कोताही नहीं हो. शराब माफिया के गिरोहों को ध्वस्त करें. वहीं पुलिस एवं मद्य निषेध विभाग संयुक्त रूप से पूरी मुस्तैदी से काम करे. शराबबंदी से जुड़े मामलों की ट्रायल में तेजी लायें. जब्त शराब का विनष्टीकरण तेजी से हो. सीएम ने कहा कि राजधानी पटना में शराबबंदी के क्रियान्वयन पर विशेष नजर रखें. शराब पीनेवाले एवं पिलानेवाले को चिन्हित कर कार्रवाई करें.

सीएम ने कहा कि सभी लोग यह मानते हैं कि शराब बुरी चीज है. कई दूसरे राज्यों के लोग भी अपने-अपने राज्यों शराबबंदी चाहते हैं. बिहार में शराबबंदी का क्रियान्वयन सफल तरीके से किया जा रहा है. अन्य राज्यों के लोगों को प्रचार-प्रसार के माध्यम से इसके बारे में जानकारी दें. उन्होंने कहा कि शराबबंदी से बिहार के लोगों को काफी फायदा हो रहा है. राज्य में शराबबंदी के बाद दूध, सब्जी, मिठाई, फल आदि चीजों की खपत बढ़ी है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि ड्रोन, मोटर बोट, स्वान दस्ता आदि की मदद से छापेमारी कार्य को योजनाबद्ध ढंग से अंजाम देते रहें, ताकि कोई भी धंधेबाज बच नहीं पाये. उन्होंने कहा कि पहले कराये गये आंकलन से पता चला था कि एक करोड़ 64 लाख लोगों ने शराबबंदी के बाद
शराब पीना छोड़ दिया है. पुनः इसका आकलन करायें कि अब इसकी संख्या कितनी बढ़ी है. सीएम ने कहा कि थानों द्वारा शराबबंदी को लेकर की जा रही कार्रवाई का सतत् अनुश्रवण करते रहें. वहीं गड़बड़ी करने वाले सरकारी अधिकारी और कर्मी पर सख्त कार्रवाई करें.

बैठक में मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, महाधिवक्ता ललित किशोर, पुलिस महानिदेशक एसके सिंघल, अपर मुख्य सचिव गृह चैतन्य प्रसाद, अपर मुख्य सचिव मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन केके पाठक, अपर पुलिस महानिदेशक, स्पेशल ब्रांच सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी, आईजी मद्य निषेध अमृत राज एवं विशेष सचिव गृह विकास वैभव उपस्थित थे.

ये भी पढ़ें-सीएम नीतीश कुमार ने केंद्रीय बजट को सराहा, सकारात्मक एवं स्वागत योग्य बताया

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने एक अणे मार्ग स्थित लोक संवाद में मद्य निषेध के क्रियान्वयन से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक (CM Nitish Review Meeting To Prohibition) की. इस दौरान सीएम ने कहा कि शराबबंदी के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की कोताही नहीं हो. शराब माफिया के गिरोहों को ध्वस्त कर शराब के धंधेबाजों के खिलाफ कार्रवाई हो. वहीं गड़बड़ी करने वाले सरकारी अधिकारी और कर्मी के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करें. इसके साथ ही उन्होंने शराब पीना छोडने वालों की गिनती कराने का भी निर्देश दिया.

ये भी पढ़ें-बिहार में छोटी नदियों को जोड़ने का होगा काम, मुख्यमंत्री ने दिए योजना बनाने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले कराये गये आंकलन से पता चला था कि एक करोड़ 64 लाख लोगों ने शराबबंदी के बाद शराब पीना छोड़ दिया है. पुनः इसका आकलन करायें कि अब इसकी संख्या कितनी बढ़ी है. बैठक में मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से 16 नवंबर 2021 के बाद से अब तक की गई कार्रवाई, ड्रोन, मोटर बोट, स्वान दस्ता आदि के माध्यम से छापेमारी अभियान, जब्त शराब, अभियुक्तों की गिरफ्तारी और कार्रवाई के संबंध में विस्तृत जानकारी दी.

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की कोताही नहीं हो. शराब माफिया के गिरोहों को ध्वस्त करें. वहीं पुलिस एवं मद्य निषेध विभाग संयुक्त रूप से पूरी मुस्तैदी से काम करे. शराबबंदी से जुड़े मामलों की ट्रायल में तेजी लायें. जब्त शराब का विनष्टीकरण तेजी से हो. सीएम ने कहा कि राजधानी पटना में शराबबंदी के क्रियान्वयन पर विशेष नजर रखें. शराब पीनेवाले एवं पिलानेवाले को चिन्हित कर कार्रवाई करें.

सीएम ने कहा कि सभी लोग यह मानते हैं कि शराब बुरी चीज है. कई दूसरे राज्यों के लोग भी अपने-अपने राज्यों शराबबंदी चाहते हैं. बिहार में शराबबंदी का क्रियान्वयन सफल तरीके से किया जा रहा है. अन्य राज्यों के लोगों को प्रचार-प्रसार के माध्यम से इसके बारे में जानकारी दें. उन्होंने कहा कि शराबबंदी से बिहार के लोगों को काफी फायदा हो रहा है. राज्य में शराबबंदी के बाद दूध, सब्जी, मिठाई, फल आदि चीजों की खपत बढ़ी है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि ड्रोन, मोटर बोट, स्वान दस्ता आदि की मदद से छापेमारी कार्य को योजनाबद्ध ढंग से अंजाम देते रहें, ताकि कोई भी धंधेबाज बच नहीं पाये. उन्होंने कहा कि पहले कराये गये आंकलन से पता चला था कि एक करोड़ 64 लाख लोगों ने शराबबंदी के बाद
शराब पीना छोड़ दिया है. पुनः इसका आकलन करायें कि अब इसकी संख्या कितनी बढ़ी है. सीएम ने कहा कि थानों द्वारा शराबबंदी को लेकर की जा रही कार्रवाई का सतत् अनुश्रवण करते रहें. वहीं गड़बड़ी करने वाले सरकारी अधिकारी और कर्मी पर सख्त कार्रवाई करें.

बैठक में मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, महाधिवक्ता ललित किशोर, पुलिस महानिदेशक एसके सिंघल, अपर मुख्य सचिव गृह चैतन्य प्रसाद, अपर मुख्य सचिव मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन केके पाठक, अपर पुलिस महानिदेशक, स्पेशल ब्रांच सुनील कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, उत्पाद आयुक्त बी कार्तिकेय धनजी, आईजी मद्य निषेध अमृत राज एवं विशेष सचिव गृह विकास वैभव उपस्थित थे.

ये भी पढ़ें-सीएम नीतीश कुमार ने केंद्रीय बजट को सराहा, सकारात्मक एवं स्वागत योग्य बताया

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

Last Updated : Feb 8, 2022, 9:33 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.