पटनाः बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत (Bollywood Actress Kangana Ranaut) के देश की आजादी को लेकर दिए विवादित बयान पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आश्चर्च जताया है. उन्होंने कहा कि कोई ऐसी बातें कैसे कर सकता है. सीएम ने कहा कि सोशल मीडिया के दौर में ऐसी चीजों का तो मजाक उड़ा देना चाहिए था.
इसे भी पढ़ें- पटना में कंगना रनौत के खिलाफ FIR, कांग्रेस बोली- आजादी को 'भीख' बताना बर्दाश्त नहीं
"हमको तो आश्चर्य लगता है ऐसे लोगों की बात को कोई पब्लिश कैसे कर सकता है. इसकी पब्लिसिटी कोई कैसे किया है. इसका कोई मतलब नहीं है. ऐसी चीजों का तो मजाक उड़ा देना चाहिए था."- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार
इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने कंगना के इस बयान को लेकर कहा कि अभिव्यक्ति के बारे में तो कहा ही नहीं जा सकता है कि कौन क्या कह सकता है. ऐसी चीजों पर तो ध्यान ही नहीं दिया देना चाहिए. कौन नहीं जानता है कि आजादी कब मिली है. अगर किसी के मन में कोई बात होती है, और ऐसी बात करता है तो इसका कोई मतलब है? इन चीजों का ता मजाक उड़ा देना चाहिए था. कुछ लोगों की आदत होती है. हम इनसब चीजों पर ध्यान नहीं देते हैं.
इसे भी पढ़ें- कंगना को अवार्ड देना भारत सरकार की भूल, इसे तुरंत वापस लेना चाहिए: कुशवाहा
दरअसल, कंगना रनौत ने एक टीवी चैनल पर इंटरव्यूह के दौरान उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम के बारे में सावरकर, लक्ष्मीबाई और नेताजी बोस को याद करते हुए कहा, 'ये लोग जानते थे कि खून बहेगा, लेकिन यह हिंदुस्तानी खून नहीं होना चाहिए. वे इसे जानते थे. बेशक, उन्हें एक पुरस्कार दिया जाना चाहिए. वह आजादी नहीं थी, वो भिक्षा थी. हमें 2014 में असली आजादी मिली है.
आपको बताते चलें कि कंगना को हाल ही में मोदी सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. 34 वर्षीय एक्ट्रेस के द्वारा आजादी को भीख बताने पर बवाल मचा हुआ है. बीजेपी सांसद वरुण गांधी, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, उपेन्द्र कुशवाहा समेत अन्य लोग कंगना से पद्मश्री वापस लेने की मांग कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर कंगना रनौत की खूब किरकिरी हो रही है.