पटनाः बिहार के पटना में सीएम का जनता दरबार (CM Janta Darbar In Patna) में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आया है. कई जिलों से पहुंचे फरियादी ने स्वास्थ्य विभाग (Health Department Of Bihar) की पोल खोल दी. मामला कोविड से जुड़ा हुआ है. पहुंचे फरियादी में किसी के पति तो किसी के पिता की मौत कोविड से हो गई है. साल 2021 में मौत हुई. दो-दो बार जनता दरबार में आए लेकिन अब तक मुआवजे की राशि नहीं मिली है.
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कई जिलों से पहुंचे फरियादीः बता दें कि सोमवार को पटना में सीएम जनता दरबार लगाया गया, जिसमें बिहार के कई जिले से फरियादी पहुंचे थे. जिसमें कोविड से मौत का मुआवजा नहीं मिलने की शिकायत सबते ज्यादा आई. फरियादी ने कहा कि दो बार जनता दरबार में आ चुके हैं, लेकिन अब तक मुआवजे की राशि नहीं मिली. सीएम ने तुरंत स्वास्थ्य विभाग को फोन कर मामले में कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
दो बार आ चुकी है फरियाद लेकरः मुजफ्फरपुर से पहुंची सुमन देवी ने बताया कि 2021 में ही उसके पति की मौत कोविड से हो गयी थी. लेकिन अब तक मुआवजे की राशि नहीं मिली है. जिले के सरकारी कार्यालय में जाने पर वापस भेज दिया जाता है. दो बार जनता दरबार में आ चुकी है लेकिन कार्रवाई नहीं हुई है. वहीं मुजफ्फरपुर से आए एक और फरियादी ने कहा कि 2021 में ही उसके पिता की मौत कोविड से हो चुकी है लेकिन मुआवजे की राशि नहीं मिली है.
"22 मई 2021 में पति की मौत हो गई थी. लेकिन अब तक मुआवजे की राशि नहीं मिली है. दो बार जनता दरबार में आए हैं लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जिले के कार्यालय में जाते हैं तो आश्वासन देकर भेज दिया जाता है." -सुमन देवी, मुजफ्फरपुर.
मंगल पांडे का भी आश्वासन काम नहीं कियाः भागलपुर से पहुंचे एक युवक ने सीएम से कहा कि यह दूसरी बार है जब फरियाद लेकर जनता दरबार में पहुंचे हैं. लेकिन अब तक मामले में कार्रवाई नहीं हुई. कहा कि 25 मई 2021 में उसके पिता की मौत कोविड के कारण हो गई थी. जिला प्रशासन की ओर कहा गया था कि प्रावधान के तहत मुआवजे की राशि दी जाएगी. लेकिन अब तक राशि नहीं मिल पाई. मंगल पांडे का भी आश्वासन काम नहीं किया.
"25 मई 2021 में मेरे पिता की मौत कोविड से हो गई थी. पिछले बार मैं जब जनता दरबार में आया था तो मंगल पांडे बोले थे कि 15 दिन के अंदर मुआवजे की राशि मिल जाएगी. सीओ जानकारी ले चुके हैं लेकिन 8 महीने हो चुके हैं, अब तक राशि नहीं मिली है. कार्यालय में जाने पर कोई नहीं सुनता है." -फरियादी, भागलपुर
कहां-कहां भटकती रहूंगीः बेतिया से पहुंची कुमारी नेहा ने भी स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही पर सवाल उठाया. कहा कि 14 मई 2021 में उसके पति की मौत हो चुकी है. मुआवजे की राशि के लिए जिले के कार्यालय में जाती है तो बोला जाता है कि आवंटन नहीं आया है. यह दूसरी बार है जब जनता दरबार में फरियाद लेकर पहुंची है. उसने कहा कि उसका ढाई साल का एक बेटा है. उसे लेकर कहां कहां भटकती रहेगी. उसने सीएम से कार्रवाई की मांग की है.
"14 मई 2021 में मेरे पति की मृत्यु कोविड के दौरान हो गई थी. अब तक मुझे अनुदान का पैशा नहीं मिला है. जिले के कार्यालय में जाने पर कहा जाता है कि आवंटन नहीं आया है. मैं यह दूसरी बार जनता दरबार में आई हूं लेकिन अब तस मेरा काम नहीं हुआ. मेरा छोटा बच्चा है हम कहां कहां दौरेंगे." -कुमारी नेहा, बेतिया