पटना: मुख्यमंत्री अपने ड्रीम प्रोजेक्ट बिहटा सरमेरा एसएच 78 और पटना-रिंग रोड प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने जिले के बिहटा के कन्हौली गांव पहुंचे. जहां उन्होंने पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव के साथ बिटेश्वर मेला और पटना रिंग रोड प्रोजेक्ट के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया. साथ ही साथ चल रहे निर्माण कार्य का भी जायजा लिया.
जानकारी के मुताबिक बिहटा- सरमेरा एसएच 78 बिहटा के कन्हौली से सीधे नालन्दा पहुंचेगी. इससे आरा-बक्सर की ओर से आने जाने वाले लोगों को पटना नहीं आना पड़ेगा. साथ ही दक्षिण बिहार जाने का यह सुगम और आसान रास्ता बन जायेगा. वहीं पटना रिंग रोड प्रोजेक्ट का एक हिस्सा बिहटा- सरमेरा भी है. जो पटना होते हुए मनेर के शेरपुर से कटकर कन्हौली में जुड़ जाएगा.
नहीं बन पाई है नौबतपुर और बिहटा के बीच 14 किमी की सड़क
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एनएचएआई के अधिकारियों ने रूट मैप दिखाया. बिहटा से सरमेरा रोड का काम लगभग पूरा हो चुका है. जिसका विधिवत उद्घाटन सीएम ने पिछले हफ्ते वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से किया था. लेकिन नौबतपुर और बिहटा के बीच अभी भी लगभग 14 किलोमीटर तक सड़क नहीं बन पायी है. इसमें आ रही परेशानियों को जानने के लिए मुख्यमंत्री ने मंगलवार को बिहटा से नौबतपुर और उसके आगे तक का निरीक्षण किया. उनके साथ पथ निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव भी मौजूद थे.
सीएम का है ड्रीम प्रोजेक्ट पटना रिंग रोड
बता दें कि 2014 के मास्टर प्लान में पटना रिंग रोड मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है. 2014 के मास्टर प्लान में रिंग रोड का प्रस्ताव लाया गया था. लंबी प्रक्रिया के बाद स्वीकृति दी गई. लेकिन इसके निर्माण शुरू करने में भी लंबा समय लगा. अभी इसके पहले फेज पर ही निर्माण कार्य हो रहा है. पटना रिंग रोड में कन्हौली से रामनगर तक 39 किलोमीटर छह लेन का सड़क का निर्माण होगा और इसमें 823 करोड़ की लागत आएगी. 24 महीने में इसका निर्माण कर देना है.