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भारी बारिश को देखते हुए CM नीतीश ने 14 जिले के डीएम को किया अलर्ट

प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ की आशंका को लेकर 14 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है. इसकी मॉनिटरिंग सीधे मुख्यमंत्री स्तर की हो रही है.

सीएम नीतीश कुमार
सीएम नीतीश कुमार
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Published : Jul 8, 2020, 8:38 AM IST

Updated : Jul 8, 2020, 3:37 PM IST

पटना: 8 से 12 जुलाई तक बागमती बेसिन में मौसम विभाग के अनुसार भारी बारिश होने की संभावना है. भारी बारिश को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी 1 दर्जन से अधिक जिलों के डीएम को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने भारी बारिश और उसके बाद बाढ़ की आशंका को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग और जल संसाधन विभाग को पूरी तैयारी कर लेने का निर्देश दिया है.

भारी बारिश और बाढ़ की आशंका को लेकर 14 जिलों के डीएम को अलर्ट किया गया है. जिन जिलों में बुधवार से 12 जुलाई तक भारी बारिश का पूर्वानुमान हैं, वे इस प्रकार हैं:-

  • पूर्वी चंपारण
  • शिवहर
  • सीतामढ़ी
  • मुजफ्फरपुर
  • समस्तीपुर
  • मधुबनी
  • दरभंगा
  • बेगूसराय
  • खगड़िया
  • सुपौल
  • सहरसा
  • मधेपुरा
  • भागलपुर
  • बांका


आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट
भारी बारिश और बाढ़ की आशंका को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपदा प्रबंधन विभाग को पूरी तरह अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश दिया है कि संबंधित जिलाधिकारी को पूर्व में ही अलर्ट कर दिया जाए. तटबधों के निकट रहने वाले लोगों के बीच माइकिंग के जरिए इसका विशेष रूप से प्रचार-प्रसार कराया जाए, जिससे निष्क्रमण की कार्रवाई त्वरित गति से हो सके. मुख्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग को भी निर्देश दिया है कि जल संसाधन विभाग अपने सभी अभियंताओं को स्थलों पर पूरी तरह तैयार रखें, जिससे तटबंधों की सुरक्षा की जा सके.

नेपाल की वजह से हो रही परेशानी
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जिलों में पूर्व से नियुक्त एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को पूरी तरह अलर्ट मोड में रखा जाए, जिससे किसी भी स्थिति में कार्रवाई की जा सके. बिहार में नेपाल के कैचमेंट एरिया में भी लगातार बारिश हो रही है और उत्तर बिहार की नदियों का जलस्तर भी बढ़ रहा है, कुछ नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर भी है. इस बार नेपाल के वजह से बाढ़ बचाव कार्य में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है. अब भी नेपाल की तरफ से कई जगह अवरोध पैदा किया जा रहा है.

  • नेपाल में बारिश को लेकर बिहार में अलर्ट
  • 10 से 12 जुलाई के बीच होगी भारी बारिश
  • नेपाल के तराई क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट
  • कोसी, तिरहुत और सीमांचल क्षेत्रों में अलर्ट
  • तटबंधों की लगातार निगरानी के निर्देश जारी

बचाव के लिए होगा ड्रोन का उपयोग

इधर, राज्य में इस साल ड्रोन से तटबंधों की निगरानी होगी और इससे बाढ़ पीड़ितों की भी खोज की जाएगी। जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया, 'राज्य के अति संवेदनशील बांधों की निगरानी के लिए ड्रोनों का उपयोग किया जाएगा। इसके साथ ही इंजीनियरों की मोबाइल टीम भी तटबंधों की सतत निगरानी करेगी.'

सभी उपाय किए गए हैं : जल संसाधन विभाग

जल संसाधन विभाग के सूत्रों की मानें तो बिहार के इलाके में जो भी संभव है, वो सब कुछ बिहार सरकार की ओर से की गई है. टैटू बंधुओं को ऊंचा करने से लेकर बाढ़ सुरक्षा के जितने भी उपाय हैं, सब किए गए हैं. बाढ़ आने की स्थिति में अभियंताओं से लेकर बचाव कार्य में लगे लोगों को अलर्ट किया जा चुका है. जल संसाधन विभाग के अभियंताओं की छुट्टी भी रद्द कर दी गई है.

पटना: 8 से 12 जुलाई तक बागमती बेसिन में मौसम विभाग के अनुसार भारी बारिश होने की संभावना है. भारी बारिश को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी 1 दर्जन से अधिक जिलों के डीएम को अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने भारी बारिश और उसके बाद बाढ़ की आशंका को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग और जल संसाधन विभाग को पूरी तैयारी कर लेने का निर्देश दिया है.

भारी बारिश और बाढ़ की आशंका को लेकर 14 जिलों के डीएम को अलर्ट किया गया है. जिन जिलों में बुधवार से 12 जुलाई तक भारी बारिश का पूर्वानुमान हैं, वे इस प्रकार हैं:-

  • पूर्वी चंपारण
  • शिवहर
  • सीतामढ़ी
  • मुजफ्फरपुर
  • समस्तीपुर
  • मधुबनी
  • दरभंगा
  • बेगूसराय
  • खगड़िया
  • सुपौल
  • सहरसा
  • मधेपुरा
  • भागलपुर
  • बांका


आपदा प्रबंधन विभाग अलर्ट
भारी बारिश और बाढ़ की आशंका को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपदा प्रबंधन विभाग को पूरी तरह अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश दिया है कि संबंधित जिलाधिकारी को पूर्व में ही अलर्ट कर दिया जाए. तटबधों के निकट रहने वाले लोगों के बीच माइकिंग के जरिए इसका विशेष रूप से प्रचार-प्रसार कराया जाए, जिससे निष्क्रमण की कार्रवाई त्वरित गति से हो सके. मुख्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग को भी निर्देश दिया है कि जल संसाधन विभाग अपने सभी अभियंताओं को स्थलों पर पूरी तरह तैयार रखें, जिससे तटबंधों की सुरक्षा की जा सके.

नेपाल की वजह से हो रही परेशानी
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जिलों में पूर्व से नियुक्त एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को पूरी तरह अलर्ट मोड में रखा जाए, जिससे किसी भी स्थिति में कार्रवाई की जा सके. बिहार में नेपाल के कैचमेंट एरिया में भी लगातार बारिश हो रही है और उत्तर बिहार की नदियों का जलस्तर भी बढ़ रहा है, कुछ नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर भी है. इस बार नेपाल के वजह से बाढ़ बचाव कार्य में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है. अब भी नेपाल की तरफ से कई जगह अवरोध पैदा किया जा रहा है.

  • नेपाल में बारिश को लेकर बिहार में अलर्ट
  • 10 से 12 जुलाई के बीच होगी भारी बारिश
  • नेपाल के तराई क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट
  • कोसी, तिरहुत और सीमांचल क्षेत्रों में अलर्ट
  • तटबंधों की लगातार निगरानी के निर्देश जारी

बचाव के लिए होगा ड्रोन का उपयोग

इधर, राज्य में इस साल ड्रोन से तटबंधों की निगरानी होगी और इससे बाढ़ पीड़ितों की भी खोज की जाएगी। जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी ने बताया, 'राज्य के अति संवेदनशील बांधों की निगरानी के लिए ड्रोनों का उपयोग किया जाएगा। इसके साथ ही इंजीनियरों की मोबाइल टीम भी तटबंधों की सतत निगरानी करेगी.'

सभी उपाय किए गए हैं : जल संसाधन विभाग

जल संसाधन विभाग के सूत्रों की मानें तो बिहार के इलाके में जो भी संभव है, वो सब कुछ बिहार सरकार की ओर से की गई है. टैटू बंधुओं को ऊंचा करने से लेकर बाढ़ सुरक्षा के जितने भी उपाय हैं, सब किए गए हैं. बाढ़ आने की स्थिति में अभियंताओं से लेकर बचाव कार्य में लगे लोगों को अलर्ट किया जा चुका है. जल संसाधन विभाग के अभियंताओं की छुट्टी भी रद्द कर दी गई है.

Last Updated : Jul 8, 2020, 3:37 PM IST
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