पटना: राज्य में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य सरकार ने 19 अप्रैल से पूरे बिहार के सिनेमा घर, जिम, मॉल को 15 मई तक बंद रखने के आदेश जारी कर दिये हैं. ऐसे में इस आदेश से राजधानी पटना के सिनेमा घरों के संचालकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. संचालकों ने कहा कि बड़ी मुश्किल से एक साल बाद सिनेमा हॉल खुले थे, फिर बंद हो गये. अब हमारी स्थिति और बदतर हो जाएगी.
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कर्मचारियों की स्थिति बदतर
सिनेमा घर संचालकों ने कहा कि सरकार द्वारा लिए गए निर्णय के बाद इसमें काम करने वाले कर्मचारियों की हालत धीरे-धीरे बद से बदतर होती नजर आ रही है. ऐसे में ईटीवी भारत ने पटना के रिजेंट सिनेमा के आईटी मैनेजर संजीत पांडे से जब सिनेमाघर के बंद होने के बाबत जानकारी ली तो उन्होंने बताया की पिछले वर्ष लॉकडाउन के दौरान बंद हो गये थे. जिस वजह से सिनेमा घरों के मालिक और यहां काम करने वाले कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति काफी खराब हो गई थी.
सिनेमा संचालक ने की मदद
संजीत पांडेय ने बताया कि उनके सिनेमा घर में कुल 35 कर्मचारी कार्य करते हैं. सिनेमा घर बंद होने के बाद उनके काम करने वाले कर्मचारियों की हालत काफी खराब हो गई है. हालांकि, इस दौरान सिनेमा हॉल मालिक ने अपने कर्मचारियों का काफी साथ दिया है. बावजूद इसके कितने दिनों तक सिनेमा घर के मालिक अपने कर्मचारियों का आर्थिक मदद करेंगे?
मुख्यमंत्री से आर्थिक मदद की गुहार
रिजेंट सिनेमा के आईटी मैनेजर संजीत पांडे में राज्य के मुख्यमंत्री से सिनेमा घरों में काम करने वाले कर्मचारियों की आर्थिक मदद करने का निवेदन भी किया है. संजीत ने कहा कि फिल्म व्यवसाय से सैकड़ों लोग जुड़े होते हैं. जब सिनेमाघरों को ही सरकार के आदेश के बाद बंद कर दिया जा रहा है तो इन सिनेमाघरों और सिनेमा चलाने वाले लोगों के घर कैसे चलेंगे. सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए और ऐसे लोगों की आर्थिक मदद होनी चाहिए.
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बता दें कि हाल के दिनों में ही सरकार द्वारा जारी आदेश के बाद जब सिनेमाघर खोले गए उसमें भी 50% दर्शकों की ही इंट्री सुनिश्चित की गई थी. कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद सरकार ने फिर सिनेमा घरों को 15 मई तक बंद करने के आदेश जारी कर दिये हैं.