ETV Bharat / state

पटना: किशोर की मौत के बाद NMCH में हुआ हंगामा - बच्चे की मौत

खुशरूपुर के रहने वाली शोभा देवी के डेंगू से पीड़ित 12 वर्षीय बेटे रजनीश का एनएमसीएच में तीन दिनों से इलाज चल रहा था. परिजनों की माने तो अस्पताल में उसे समुचित व्यवस्था न मिलने और चिकित्सकों की लापरवाही से बच्चे की मौत हो गई.

एनएमसीएच में हुआ हंगामा
author img

By

Published : Nov 16, 2019, 10:16 PM IST

पटना: राजधानी के एनएमसीएच में 12 वर्षीय एक किशोर की मौत हो गई. किशोर की मौत के बाद डॉक्टर और मरीज के परिजनों के बीच जमकर झड़प हुई. घटना के बाद एनएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी.

'अस्पताल व्यवस्था में बताई कमी'
बताया जाता है कि खुशरूपुर के रहने वाली शोभा देवी के डेंगू से पीड़ित 12 वर्षीय बेटे रजनीश का एनएमसीएच में तीन दिनों से इलाज चल रहा था. परिजनों की मानें तो अस्पताल में उसे समुचित व्यवस्था नहीं मिली और चिकित्सकों की लापरवाही से बच्चे की मौत हो गई. हैरत की बात यह रही कि जूनियर चिकित्सकों ने भी अस्पताल में व्यवस्था की कमी बताई है.

एनएमसीएच में हुआ जमकर हंगामा

'परिजनों पर किया जाएगा कानूनी कार्रवाई'
घटना में उपाधीक्षक डॉ. गोपाल कृष्ण ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और अस्पताल में उत्पात मचाने वाले परिजनों पर कानूनी कार्रवाई किया जाएगा. साथ ही चिकित्सकों की मांगे पूरा कर अस्पताल सेवा बहाल किया जाएगा. बता दें कि घटना के बाद से चिकित्सकों ने सुरक्षा व्यवस्था नहीं दिए जाने तक हड़ताल जारी रखने का ऐलान कर दिया है. घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर स्थिती नियंत्रित किया.

पटना
मृतक के परिजन

पटना: राजधानी के एनएमसीएच में 12 वर्षीय एक किशोर की मौत हो गई. किशोर की मौत के बाद डॉक्टर और मरीज के परिजनों के बीच जमकर झड़प हुई. घटना के बाद एनएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी.

'अस्पताल व्यवस्था में बताई कमी'
बताया जाता है कि खुशरूपुर के रहने वाली शोभा देवी के डेंगू से पीड़ित 12 वर्षीय बेटे रजनीश का एनएमसीएच में तीन दिनों से इलाज चल रहा था. परिजनों की मानें तो अस्पताल में उसे समुचित व्यवस्था नहीं मिली और चिकित्सकों की लापरवाही से बच्चे की मौत हो गई. हैरत की बात यह रही कि जूनियर चिकित्सकों ने भी अस्पताल में व्यवस्था की कमी बताई है.

एनएमसीएच में हुआ जमकर हंगामा

'परिजनों पर किया जाएगा कानूनी कार्रवाई'
घटना में उपाधीक्षक डॉ. गोपाल कृष्ण ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और अस्पताल में उत्पात मचाने वाले परिजनों पर कानूनी कार्रवाई किया जाएगा. साथ ही चिकित्सकों की मांगे पूरा कर अस्पताल सेवा बहाल किया जाएगा. बता दें कि घटना के बाद से चिकित्सकों ने सुरक्षा व्यवस्था नहीं दिए जाने तक हड़ताल जारी रखने का ऐलान कर दिया है. घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर स्थिती नियंत्रित किया.

पटना
मृतक के परिजन
Intro:सुवे का सबसे बड़ा दूसरा अस्पताल नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल जँहा सारी खुबिया से लैस अस्पताल जैसा कि सरकार का दावा है लेकिन बुनियादी तौर पर कोई वेवस्था सुवे के किसी अस्पताल में नही है।चाहे अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज की और चाहे नालन्दा मेडिकल कॉलेज की सिर्फ यह घोषणाओं की अस्पताल है जिसका खमियाजा पूरी तरह से आम जनता को भुगतना पड़ता है।मरीज से भी हाथ धोया,पुलिस द्वारा परिजनों पर मुकदमा भी हुआ और परिजन जेल भी जायेंगे, और मस्त होकर डॉक्टर मौत का तमाशा देखते है और परिजनों को धमकी भी देते है यह है अस्पताल सरकार का मतलब हर हाल में परेशानी हो तो आम जनता की।Body:स्टोरी:-एनएमसीएच हंगामा।
रिपोर्ट:-पटनासिटी से अरुण कुमार।
दिनांक:-16-11-019.
एंकर:-राजधानी का दूसरा बड़ा अस्पताल पटना सिटी के NMCH में उस वक्त हंगामा शुरू हो गया जब शिशु विभाग में 12 वर्षीय किशोर रजनीश की मौत हो गई। बही किशोर की मौत के बाद डॉक्टर और मरीज परिजनों के बीच मार पीट (भिड़ंत )झड़प हो गई उसके बाद दोनों में जमकर हंगामा हुआ।घटना के बाद NMCH के जूनियर डॉक्टरों ने अनिश्चित कालीन हड़ताल की घोषणा कर दी। बताया जाता है कि खुशरूपुर के रहने वाली शोभा देवी डेंगू से पीड़ित 14 किशोर रजनीश का इलाज कराने NMCH आये थे । जहां तीन दिनो से शिशु विभाग में उसका इलाज चल रहा था।परिजनों की माने तो अस्पताल में उसे समुचित व्यवस्था न मिलने और चिकित्सको की लापरवाही से उस बच्चे की मौत हो गई। बही जूनियर चिकित्सक भी अस्पताल की व्यवस्था में कमी बताई है।और इसका खामयाजा अस्पताल के चिकित्सकों को भुगतना पड़ रहा है। चिकित्सको की मांग है कि जब तक उन्हें सुरक्षा नही दिया जाएगा,तब तक हड़ताल जारी रखेंगे। इस मामले में उपाधीक्षक डॉ गोपाल कृष्ण का कहना था कि इस मामले की जाँच की जा रही है और अस्पताल में उत्पात मचाने वाले परिजनों पर कानूनी कारवाई होगी। साथ ही चिकित्सको के साथ बैठक कर उन्हें हड़ताल खत्म कर अस्पताल की सेवा देने पर बात की।लेकिन फिलहाल जूनियर डॉक्टरों ने अपनी सेवा समाप्त कर हड़ताल की घोषणा कर दी है।
बाइट:-1,शोभा देवी (पीड़ित परिजन)2,डॉ रवि रंजन कुमार( NMCH जूनियर चिकित्सक )3,डॉ0 गोपाल कृष्ण ( उपाध्यक्ष NMCH)Conclusion:सुवे के सभी अस्पताल ईलाज के मामले में पूरी तरह चरमरा चुकी है क्योंकि सूबे के सभी अस्पतालों में सरकारी कागज पर ही ईलाज होते है।और मरीज मरते हैं,परिजन पर मुकदमा होता और वे जेल जाते है और मरीज का हत्यारा डॉक्टर पर कोई मुकदमा नही होता इसलिये वे निडर होकर ईलाज करे या न करे कोई फर्क नही पड़ता लेकिन सरकार वहावही लूटने में पीछे नही है अस्पतालों को हाईटेक बनाने बाली यह सरकार सिर्फ मौत को हाईटेक बना रही है।पिछले कई महीनों में मरीज डॉक्टर के लापरवाही से ईलाज के दौरान मरे,हंगामा हुआ,परिजन जेल गये डॉक्टर मस्त उसे किसी से डर नही ज्यादा प्रेसर देने पर हड़ताल शुरू।डॉक्टर साहब के काम करने से भी मरीज मर रहे है और हड़ताल करने से भी मरीज मर रहे है यानी हर हाल में मरीज परेसान है अब देखना यह है कि जूनियर डॉक्टर हड़ताल कब खत्म करते है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.