पटना: जन अधिकार पार्टी प्रमुख पप्पू यादव को गिरफ्तार कर मधेपुरा जेल भेजने के बाद सरकार अब ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई की तैयारी हो रही है जो पप्पू यादव की मदद कर रहे थे. इसी कड़ी में पीएमसीएच अस्पताल प्रबंधन ने मंगलवार देर रात अस्पताल की ए श्रेणी की दो नर्सों रीता कुमारी और ललिता कुमारी से स्पष्टीकरण मांगा है, और पूछा है कि क्यों नहीं आपके इस कृत्य के लिए पैनडेमिक सिचुएशन, डिजास्टर मैनेजमेंट और बिहार सेवा संहिता के नियम के आलोक में कार्रवाई की जाए.
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नर्सों पर क्या है आरोप?
पीएमसीएच अस्पताल प्रबंधन ने दोनों नर्सों पर आरोप लगाया है कि दोनों नर्सें अनाधिकृत रूप से कोविड-19 वार्ड में प्रवेश कर जाती हैं इसके साथ ही पूर्व सांसद पप्पू यादव को कोविड-19 वार्ड में अंदर ले जाने के लिए प्रोत्साहित करती है. इसके अलावे जो दवा अस्पताल में उपलब्ध है उसकी कमी बताकर सरकार को बदनाम करने की कोशिश की गई है. जो स्पष्टीकरण मांगा गया है उस पर अस्पताल के अधीक्षक के हस्ताक्षर हैं.
क्या है पूरा मामला?
जब पप्पू यादव पीएमसीएच पहुंचे थे तो दोनों नर्सों ने अस्पताल की खामियों से उन्हें अवगत कराया था और मरीजों के परिजनों को जो समस्याएं आ रही थी उससे भी अवगत कराने का काम किया था. पप्पू यादव को मधेपुरा जेल भेजे जाने के बाद देर रात आनन-फानन में पीएमसीएच अस्पताल प्रबंधन ने दोनों नर्सों से स्पष्टीकरण मांगा है.
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