पटनाः बाढ़ नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी जया के तालिबानी फरमान और मनमानी रवैए से परेशान नगर अध्यक्ष शकुंतला देवी नगर परिषद में धरने पर बैठ गई हैं. धरने में नगर परिषद के कर्मचारी और सफाई कर्मचारी भी शामिल हैं. धरने पर बैठे लोग कार्यपालक अधिकारी को तत्काल रूप से हटाने की मांग कर रहे हैं.
'कर्मचारियों के प्रति तानाशाही रवैया'
धरने पर बैठी नगर अध्यक्ष शकुंतला देवी ने बताया कि कार्यपालक पदाधिकारी को कार्यभार संभाले 9 महीने हो चुके हैं. तब से नगर में विकास का कोई काम नहीं हुआ है. उन्होंने बताया कि परिषद के कर्मचारी और सफाई कर्मचारियों के प्रति उनका रवैया तानाशाही का होता है. वह बोर्ड के निर्णय को भी तवज्जो नहीं देती है. वहीं, सफाई कर्मचारियों को बढ़े हुए वेतन का आज तक भुगतान नहीं किया गया है. इससे कर्मचारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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ऐसे में सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा जाती है. उन्होंने कहा कि प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग है कि जब तक तानाशाही कार्यपालक अधिकारी को नहीं हटाया जाएगा तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.
'मेरे खिलाफ षड्यंत्र'
वहीं, मामले में कार्यपालक पदाधिकारी जया ने अपने ऊपर लगाए गए आरोप को सिरे से खारिज करते हुए सिर्फ इसे एक षड्यंत्र करार दिया. उन्होंने कहा कि डस्टबिन घोटाले को उजागर करने के बाद पार्षद और मुख्य पार्षद मेरे खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं. साथ ही परिषद के एक कर्मचारी की ओर से गबन किए गए रुपयों की शिकायत थाने में की गई थी. जिसके बाद से यह लोग और उग्र हो गए हैं.