ETV Bharat / state

पटनाः कार्यपालक पदाधिकारी के तानाशाही रवैये से कर्मचारी खफा, बैठे धरने पर

author img

By

Published : Nov 20, 2019, 5:06 PM IST

कार्यपालक पदाधिकारी जया ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए सिर्फ इसे एक षड्यंत्र करार दिया. उन्होंने कहा कि डस्टबिन घोटाले को उजागर करने के बाद पार्षद और मुख्य पार्षद मेरे खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं.

धरने पर बैठे नगर परिषद के कर्मचारी

पटनाः बाढ़ नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी जया के तालिबानी फरमान और मनमानी रवैए से परेशान नगर अध्यक्ष शकुंतला देवी नगर परिषद में धरने पर बैठ गई हैं. धरने में नगर परिषद के कर्मचारी और सफाई कर्मचारी भी शामिल हैं. धरने पर बैठे लोग कार्यपालक अधिकारी को तत्काल रूप से हटाने की मांग कर रहे हैं.

'कर्मचारियों के प्रति तानाशाही रवैया'
धरने पर बैठी नगर अध्यक्ष शकुंतला देवी ने बताया कि कार्यपालक पदाधिकारी को कार्यभार संभाले 9 महीने हो चुके हैं. तब से नगर में विकास का कोई काम नहीं हुआ है. उन्होंने बताया कि परिषद के कर्मचारी और सफाई कर्मचारियों के प्रति उनका रवैया तानाशाही का होता है. वह बोर्ड के निर्णय को भी तवज्जो नहीं देती है. वहीं, सफाई कर्मचारियों को बढ़े हुए वेतन का आज तक भुगतान नहीं किया गया है. इससे कर्मचारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

patna
धरने पर बैठे नगर परिषद के कर्मचारी

यह भी पढ़े- कैमूर: उत्पाद विभाग की बड़ी कार्रवाई, 271 कार्टन विदेशी शराब के साथ 2 गिरफ्तार

ऐसे में सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा जाती है. उन्होंने कहा कि प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग है कि जब तक तानाशाही कार्यपालक अधिकारी को नहीं हटाया जाएगा तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.

देखें पूरी रिपोर्ट

'मेरे खिलाफ षड्यंत्र'
वहीं, मामले में कार्यपालक पदाधिकारी जया ने अपने ऊपर लगाए गए आरोप को सिरे से खारिज करते हुए सिर्फ इसे एक षड्यंत्र करार दिया. उन्होंने कहा कि डस्टबिन घोटाले को उजागर करने के बाद पार्षद और मुख्य पार्षद मेरे खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं. साथ ही परिषद के एक कर्मचारी की ओर से गबन किए गए रुपयों की शिकायत थाने में की गई थी. जिसके बाद से यह लोग और उग्र हो गए हैं.

पटनाः बाढ़ नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी जया के तालिबानी फरमान और मनमानी रवैए से परेशान नगर अध्यक्ष शकुंतला देवी नगर परिषद में धरने पर बैठ गई हैं. धरने में नगर परिषद के कर्मचारी और सफाई कर्मचारी भी शामिल हैं. धरने पर बैठे लोग कार्यपालक अधिकारी को तत्काल रूप से हटाने की मांग कर रहे हैं.

'कर्मचारियों के प्रति तानाशाही रवैया'
धरने पर बैठी नगर अध्यक्ष शकुंतला देवी ने बताया कि कार्यपालक पदाधिकारी को कार्यभार संभाले 9 महीने हो चुके हैं. तब से नगर में विकास का कोई काम नहीं हुआ है. उन्होंने बताया कि परिषद के कर्मचारी और सफाई कर्मचारियों के प्रति उनका रवैया तानाशाही का होता है. वह बोर्ड के निर्णय को भी तवज्जो नहीं देती है. वहीं, सफाई कर्मचारियों को बढ़े हुए वेतन का आज तक भुगतान नहीं किया गया है. इससे कर्मचारियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

patna
धरने पर बैठे नगर परिषद के कर्मचारी

यह भी पढ़े- कैमूर: उत्पाद विभाग की बड़ी कार्रवाई, 271 कार्टन विदेशी शराब के साथ 2 गिरफ्तार

ऐसे में सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा जाती है. उन्होंने कहा कि प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग है कि जब तक तानाशाही कार्यपालक अधिकारी को नहीं हटाया जाएगा तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.

देखें पूरी रिपोर्ट

'मेरे खिलाफ षड्यंत्र'
वहीं, मामले में कार्यपालक पदाधिकारी जया ने अपने ऊपर लगाए गए आरोप को सिरे से खारिज करते हुए सिर्फ इसे एक षड्यंत्र करार दिया. उन्होंने कहा कि डस्टबिन घोटाले को उजागर करने के बाद पार्षद और मुख्य पार्षद मेरे खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं. साथ ही परिषद के एक कर्मचारी की ओर से गबन किए गए रुपयों की शिकायत थाने में की गई थी. जिसके बाद से यह लोग और उग्र हो गए हैं.

Intro:


Body:बाढ़ नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी जया के तालिबानी फरमान और मनमानी रवैए से परेशान नगर अध्यक्ष शकुंतला देवी नगर परिषद के कर्मचारियों सफाई कर्मचारी के साथ नगर परिषद परिसर में धरने पर बैठ गई है।नगर अध्यक्ष का एक ही मांग है कि कार्यपालक अधिकारी जया को यथाशीघ्र यहां से हटाया जाए।जब तक नहीं हटाया जाएगा तब तक धरना जारी रहेगा।यहां तक की आत्मदाह भी किया जा सकता है।क्योंकि 9 माह पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी ने कार्यभार संभाला है तब से आज तक विकास का कोई काम नहीं हुआ है।कर्मचारियों और सफाई कर्मचारियों के साथ तानाशाही रवैया है किसी को मान सम्मान नहीं देती जो मन में आता है वही काम करते हैं। बोर्ड के निर्णय को भी कोई तज्जोबो नहीं देती है जिसके कारण विकास का कोई काम नहीं हो रहा है।कर्मचारियों के साथ गुलामों जैसा व्यवहार करते हैं। सफाई कर्मचारी के बढ़े हुए वेतन भी आज तक भुगतान नहीं किया गया।इसीलिए सफाई कर्मी भी हमेशा हड़ताल पर चले जाते हैं और शहर का सफाई व्यवस्था चरमरा जाती है।ऐसे अधिकारी को यहां एक पल भी रहने की जरूरत नहीं है।


वही कार्यपालक पदाधिकारी जया ने अपने ऊपर लगाए गए आरोप को सिरे से खारिज करते हुए सिर्फ इसे एक षड्यंत्र करार दिया है उन्होंने कहा कि डस्टबिन घोटाले को उजागर करने के बाद पार्षद एवं मुख्य पार्षद मेरे खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं।वहीं उन्होंने कहा कि एक कर्मचारी द्वारा गबन किए गए रुपयों का शिकायत थाने में करने के बाद यह सब और उग्र रूप धारण कर लिए हैं।

दोनों की लड़ाई की वजह जो भी हो लेकिन इस लड़ाई में बाढ़ नगर परिषद की जनता पिसा रही है नगर अध्यक्ष और कार्यपालक पदाधिकारी के बीच ठनी इस लड़ाई में बाढ़ में कई विकास के काम अवरुद्ध हैं।

वाइट- नगर अध्यक्ष शकुंतला देवी
वाइट-कार्यपालक पदाधिकारी जया


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.