पटना (मसौढ़ी): पटना जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) की चर्चा तेज है. मतदाता कहीं विकास की बात कर रहे हैं तो कहीं समस्याएं गिना रहे हैं. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम गांव-गांव पहुंचकर मतदाताओं से उनकी राय जान रही है.
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इसी क्रम में मसौढ़ी के शाहाबाद पंचायत के छाता गांव में ईटीवी भारत की टीम पहुंची. यहां चबूतरे पर बैठे ग्रामीणों से उनकी राय पूछी. पवन कुमार, सुमन कुमार, गिरजानंद और साधु पासवान ने बताया कि गांव में कई तरह की समस्याएं हैं. पिछले पांच साल में इन समस्याओं का निदान नहीं हुआ. सबसे बड़ी समस्या जल निकासी की है. गांव में नाला नहीं होने से जलजमाव होता है. गांव के बीच में गांधी मैदान है. यह वर्षों से सरकारी उपेक्षा का दंश झेल रहा है. गांधी मैदान में पानी भरा रहता है इसकी निकासी की व्यवस्था जरूरी है.
चुनावी चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने कई परेशानी बताई. गांव में अभी भी कई जगह शौचालय नहीं बना है. कई लोगों को आवास योजना का लाभ नहीं मिला है. नाला निर्माण यहां का मुख्य मुद्दा है. ग्रामीणों ने कहा कि हमलोगों ने कई बार नाला निर्माण कराने की मांग की, लेकिन कुछ नहीं हुआ. चुनाव के समय सभी आते हैं और वादे करते हैं, लेकिन बाद में भूल जाते हैं.
"पिछले चुनाव में रेखा देवी ने वादा किया था कि नाला का निर्माण करा दूंगी. गांव के उत्तर की तरफ स्थित रोड को पक्का करने का भी वादा किया गया था. वह दो बार चुनाव जीत चुकी हैं, लेकिन काम नहीं हुआ."- गिरजा प्रसाद, छाता गांव निवासी
"गांव के स्कूल में कोई शिक्षक नहीं हैं. हाई स्कूल के प्रिंसिपल के पद को भी नहीं भरा गया है. हाईस्कूल द्वारा गांघी मैदान का जो इस्तेमाल होना चाहिए था नहीं हो पा रहा है. इसमें पानी भरा हुआ है. नाला बनता तो पानी नहीं रहता. गांव के बच्चे यहां खेल सकते थे."- शुभम कुमार, छाता गांव निवासी
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