पटना: लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान (LJP Leader Chirag Paswan) 2 अक्टूबर को दरभंगा से अगले चरण की आशीर्वाद यात्रा (Ashirwad Yatra) की शुरुआत करेंगे. रामविलास पासवान के देहांत के बाद चिराग पासवान आशीर्वाद यात्रा के तहत बिहार के लगभग सभी जिलों का भ्रमण कर चुके हैं. आशीर्वाद यात्रा के तहत चिराग पासवान को जनता के मिल रहे जन समर्थन से कहीं ना कही खुद को लोजपा प्रफुल्लित महसूस कर रही है. आशीर्वाद यात्रा की समाप्ति और स्वर्गीय राम विलास पासवान की प्रथम पुण्यतिथि के बाद लोजपा बिहार के सभी जिलों में पदयात्रा निकालेगी.
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'पार्टी की ओर से बिहार के कुछ जिले ऐसे हैं, जहां चिराग पासवान ने अब तक आशीर्वाद यात्रा नहीं किया है. वहां भी जल्द आशीर्वाद यात्रा को पूरा करेंगे. दरअसल चिराग पासवान उन जिलों का भ्रमण कर रहे हैं, जहां से उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान अपना उम्मीदवार उतारा था. बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान लोजपा के साथ जिस कदर से लोग आए, उसके लिए चिराग पासवान ने आशीर्वाद यात्रा के माध्यम से आम जनता आशीर्वाद प्राप्त करने का निर्णय लिया है.' -चंदन सिंह लोधा, प्रवक्ता, लोजपा
आपको बता दे कि 8 अक्टूबर को लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक पद्म भूषण स्वर्गीय राम विलास पासवान की प्रथम पुण्यतिथि 12 जनपथ नई दिल्ली उनके सरकारी आवास पर मनाई जाएगी. दरभंगा आशीर्वाद यात्रा करने के बाद चिराग पासवान 12 जनपद में होने वाली स्वर्गीय रामविलास पासवान की प्रथम पुण्यतिथि की तैयारियों में लग जाएंगे.
जानकारी हो कि दरअसल बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान एलजेपी (LJP) को करीब छह फीसदी वोट मिला था. पार्टी का मानना है कि भले ही हमने महज एक सीट पर जीत हासिल की थी, लेकिन पिछले चुनाव की तुलना में मत प्रतिशत में इजाफा हुआ है. जिस वजह से बिहार की जनता से आशीर्वाद लेने के लिए चिराग पासवान इन दिनों लगातार आशीर्वाद यात्रा के तहत बिहार के विभिन्न जिलों का भ्रमण कर रहे हैं.
एलजेपी में दो फाड़ के बाद चिराग पासवान को एक के बाद एक झटका लग रहा है. पहले चिराग पासवान ने अपने सभी सांसदों को खो दिया, उसके बाद संसदीय दल के नेता के पद से भी उन्हें हाथ धोना पड़ा. उसके बाद चिराग पासवान जहां केंद्रीय मंत्री बनने का सपना देख रहे थे, उस पर भी उनके चाचा पशुपति पारस (Pashupati Paras) ने पानी फेर दिया.
इतना ही नहीं पार्लियामेंट्री बोर्ड के अध्यक्ष पद से भी उन्हें हटाकर वैशाली से सांसद वीणा देवी को बिठा दिया गया है. इन सब के बीच चिराग पासवान पर दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में अपने चचेरे भाई और समस्तीपुर से सांसद प्रिंस राज (Prince Raj) के सपोर्ट करने को लेकर मामला भी दर्ज करवाया गया है.
एक तरफ जहां चाचा पशुपति पारस एलजेपी और अपने संगठन को मजबूत और विस्तार देने में जुटे हैं तो वहीं चिराग पासवान भी जनता के बीच जाकर लोगों में पैठ मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं. इसी कड़ी में आशीर्वाद यात्रा के बाद अब पदयात्रा की शुरुआत की जा रही है.
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