पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान 7 नवंबर को होने वाला है. एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान सीएम नीतीश कुमार पर लगातार हमलावर हैं. इसी क्रम में उन्होंने एक बार फिर नीतीश कुमार पर 15 सालों में जनता को ठगने का आरोप लगाया और कहा कि बिहार के इतिहास में सबसे बड़ा घोटाला 7 निश्चय के नल जल योजना में हुआ है.
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पिछले 5 साल के किसी एक बड़े काम के बारे में बताएं. अगर अगले 5 साल फिर से उनकी सरकार बनती है, तो उनका रोड मैप क्या होगा. चिराग ने दावा किया कि 10 नवंबर के बाद बीजेपी और लोजपा की सरकार बनेगी.
'मैंने अपने उम्मीदवारों से फीडबेक लिया हैं, ज्यादातर सीटें हम जीत रहे हैं. जनता से अपील करता हूं कि जेडीयू को अपना वोट देकर बर्बाद ना करे. नीतीश कुमार ने 15 साल में बिहार को बर्बाद कर दिया है. नीतीश कुमार मेरे ऊपर निजी हमले से परहेज नहीं करते हैं. पिछले 5 साल में नीतीश कुमार अपनी एक भी उपलब्धि लोगों के साथ साझा करे. अगर नीतीश कुमार अगले 5 साल फिर से सरकार बनाते हैं तो उनका रोड मैप क्या होगा. चुनाव के दौरान भी नीतीश कुमार जनता से संवाद क्यों नहीं करते हैं." चिराग पासवान, लोजपा अध्यक्ष
नीतीश कुमार के कामकाज पर उठाए सवाल
चिराग ने नीतीश कुमार के कामकाज पर सवाल उठाते हुए कहा कि कहा, 'नीतीश कुमार ने जहां कल रात बिताया, वहां पर हर साल बाढ़ आती है. नीतीश कुमार क्यों नहीं बिहार को समस्या से छुटकारा दिला पाए हैं. बिहार की इतिहास में सबसे बड़ा घोटाला 7 निश्चय अंतर्गत नल जल योजना में हुआ है. बिहार में शराब होम डिलीवरी होती है. शराबबंदी मामले में नीतीश कुमार जेल जा सकते हैं. हर साल बिहार में बाढ़ आती है. मैं पूछना चाहता हूं कि बिहार की जनता का पैसा कहां जाता है. जब लोजपा और भाजपा की सरकार बनेगी तो बाढ़ राहत की जांच कराई जाएगी.'
एलजेपी अध्यक्ष ने कहा, 'बिहार की जनता से आग्रह करना चाहता हूं कि नीतीश कुमार की जहां भी सभा हो, वहां के लोग उनसे बिहार में हो रही गड़बड़ी के बारे सवाल पूछे. बिहार की शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ है. अगर यह सब राज्यपाल और केंद्र सरकार देखेगी तो वह क्यो मुख्यमंत्री बनकर बैठे है. नीतीश कुमार बिहार में सरकार बनाने के लिए आने वाले दिनों में रांची जाकर लालू यादव के सामने नतमस्तक हो सकते हैं.'
'पलायन रोकने के लिए नीतीश को हटाना जरूरी'
चिराग ने आगे कहा, 'कोई भी बिहारी इस बात को भूला नहीं है कि नीतीश कुमार ने लॉकडाउन के दौरान लोगों को बिहार में घुसने नहीं दिया था. बिहार से पलायन को रोकने के लिए नीतीश कुमार को हराना जरूरी है. 10 नवंबर के बाद भी बिहार की राजनीति में सक्रिय रहूंगा.'