पटना: लोजपा के संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) की पहली पुण्यतिथि (Death Anniversary) लोजपा के दोनों गुट अलग अलग मनाएंगे. चिराग पासवान (Chirag Paswan) और चाचा पशुपति पारस (Pashuparti Paras) दोनों गुटों की ओर से आगामी 8 अक्टूबर को पुण्यतिथि मनाए जाने की तैयारी की जा रही है.
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स्वर्गीय रामविलास पासवान का देहांत 8 अक्टूबर 2020 को हुआ था. हिंदी साल के अनुसार चिराग पासवान 12 सितंबर यानी कि कल उनकी पहली बरसी मनाने जा रहे हैं जिसमें चाचा पशुपति कुमार पारस के भी शामिल होने की चर्चा है. माना जा रहा है कि अगर रामविलास पासवान की पहली बरसी पर पशुपति पारस और भतीजा चिराग साथ-साथ दिखते हैं तब भी दोनों में विरासत की जंग चलती रहेगी.
चिराग लोजपा गुट के प्रधान महासचिव संजय पासवान ने ईटीवी भारत को बताया कि लोजपा के संस्थापक स्वर्गीय रामविलास पासवान की पहली बरसी 12 सितंबर को मनाई जा रही है जिसके बाद चिराग गुट की तरफ से राजधानी पटना के ज्ञान भवन के बापू सभागार में 8 अक्टूबर को पहली पुण्यतिथि स्वर्गीय रामविलास पासवान की मनाई जाएगी.
आपको बता दें कि ज्ञान भवन के बापू सभागार में लगभग 5500 सीटें हैं जिसे भरने की पूरी तैयारी की जा रही है. वहीं चाचा पशुपति पारस गुट की तरफ से भी 8 अक्टूबर को लोजपा पार्टी कार्यालय में बड़े भाई स्वर्गीय रामविलास पासवान की पहली पुण्यतिथि मनाई जाएगी जिसकी तैयारी जोर शोर से दोनों गुटों की तरफ से की जा रही है.
लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान का कारवां अब रुकने वाला नहीं है. जन-जन तक स्वर्गीय रामविलास पासवान के विचारों को पहुंचाया जाएगा. स्वर्गीय रामविलास पासवान की पहली बरसी 12 सितंबर को है. उसके बाद चिराग पासवान फिर से बिहार के आशीर्वाद यात्रा के दौरे पर निकलेंगे और उनकी पुण्यतिथि की तैयारी की जाएगी.- संजय पासवान, प्रधान महासचिव, लोजपा
लोजपा के सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार आगामी 8 अक्टूबर को मनाई जाने वाली प्रथम पुण्यतिथि में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी चिराग पासवान ने निमंत्रण दिया है. उम्मीद जताई जा रही है कि वह भी शामिल हो सकते हैं. हालांकि 12 सितंबर यानी कि कल स्वर्गीय रामविलास पासवान की पहली बरसी में चाचा पशुपति कुमार पारस सहित बिहार के कई गणमान्य नेता मंत्री विधायक शामिल होंगे. चिराग पासवान ने देश के राष्ट्रपति, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कई केंद्रीय मंत्री के अलावे बिहार के राज्यपाल, नेता प्रतिपक्ष, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सहित बिहार के कई मंत्री विधायक को न्योता दिया है.
तो क्या यह माना जाए कि चिराग पासवान द्वारा आयोजित पिता रामविलास पासवान की बरसी में शामिल होने आ रहे चाचा पशुपति कुमार पारस और भतीजा के बीच का मतभेद खत्म हो जाएगा. या यूं कहें की विरासत की जंग आगे भी जारी रहेगी. हालांकि मिल रही जानकारी के अनुसार दोनों गुटों की ओर से आगामी 8 अक्टूबर को पहली पुण्यतिथि को मेगा इवेंट बनाने की तैयारी की जा रही है. एक तरफ जहां चिराग पासवान प्रधानमंत्री सहित केंद्रीय गृह मंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री सहित अन्य दलों के नेता को आमंत्रित कर रहे हैं तो वहीं केंद्रीय मंत्री और चाचा पशुपति पारस द्वारा भी प्रधानमंत्री सहित कई केंद्रीय मंत्री को आमंत्रण भेजा जाएगा. इस कार्यक्रम में पशुपति कुमार पारस खुद ही भतीजे चाचा को भी आमंत्रण भेजने वाले हैं.
बता दें कि जून महीने में एलजेपी दो टुकड़ों में बंट गई थी. चिराग को छोड़कर पार्टी के सारे सांसद पशुपति पारस की ओर चले गए थे और उन्हें एलजेपी प्रमुख औरऔर लोकसभा में सदन का नेता चुन लिया गया. चिराग पासवान इस लड़ाई को कोर्ट और चुनाव आयोग तक लेकर जा चुके हैं. वहीं, जुलाई महीने में जब मोदी सरकार का कैबिनेट विस्तार हुआ, तब चिराग की बजाय पशुपति पारस को केंद्रीय मंत्री बनाया गया. मोदी सरकार में पारस को खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली.
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