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पटना: एक ही भवन में 5 स्कूलों को किया गया है मर्ज, जर्जर भवन में जान जोखिम में डालकर पढ़ते हैं बच्चे - Children are studying putting their lives at risk

राजधानी पटना के पश्चिमी लोहानीपुर का राजकीय कन्या मध्य विद्यालय की बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है. उसके बावजूद भी यहां 5 विद्यालयों को मर्ज किया गया है. जहां जान को जोखिम में डालकर बच्चे पढ़ रहे हैं.

जर्जर भवन
जर्जर भवन
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Published : Mar 18, 2021, 6:22 PM IST

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शिक्षा व्यवस्था सुधारने के दंभ भर रहे हैं. वहीं, राजधानी पटना के कदम कुआं थाना क्षेत्र के पश्चिमी लोहानीपुर का राजकीय कन्या मध्य विद्यालय जर्जर स्थिति में हैं. जहां बच्चे डर के साये में पढ़ाई कर रहे हैं. इतना ही नहीं विद्यालय में मूलभूत सुविधा पानी और शौचालय तक की व्यवस्था तक नहीं है. जिस पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है. इस विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे पूर्व सांसद सीपी ठाकुर ने कहा कि स्कूल के लायक यह है ही नहीं.

विद्यालय की स्थिति
विद्यालय की स्थिति

ये भी पढ़ें- शिक्षा व्यवस्था का आलम: दो फ्लोर के भवन में चल रहा चार स्कूलों का एक साथ क्लास

पांच विद्यालय किए गये हैं मर्ज
बता दें कि राजकीय कन्या मध्य विद्यालय में पांच विद्यालय मर्ज किए गये हैं. जहां केवल तीन कमरे ही हैं और विद्यालय में कुल 197 बच्चे हैं. जिनके बैठने तक की व्यवस्था नहीं है. जिससे बच्चों को बाहर बैठकर पढ़ाई करना पड़ रहा है. इतना ही नहीं विद्यालय जर्जर होने के साथ छज्जे भी लटके हुए हैं. उसी के नजदीक बच्चे बेंच लगाकर बैठते हैं. जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है.

देखें वीडियो

विद्यालय में मूलभूत सुविधा का अभाव
विद्यालय में मूलभूत सुविधा नहीं होने से विद्यार्थियों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. स्कूल में बच्चों के पानी पीने के लिए नल लगाये गये हैं. लेकिन नल में पानी नहीं आता. जिससे बच्चों को घर से जाकर पानी लाना पड़ता है. स्कूल परिसर में शौचालय बनाया तो गया है लेकिन ताले लगा दिए गये है. जिससे बच्चों को शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है. मूलभूत सुविधा नहीं मिलने और विद्यालय जर्जर होने से यहां तैनात शिक्षक भी परेशान हैं.

जर्जर बिल्डिंग
जर्जर बिल्डिंग

बीजेपी के पूर्व सांसद सीपी ठाकुर ने किया निरीक्षण
वहीं, विद्यालय का निरीक्षण करने बीजेपी के पूर्व सांसद सीपी ठाकुर पहुंचे. पूरे विद्यालय भवन का निरीक्षण कर उन्होंने बताया कि स्कूल बच्चों के पढ़ने योग्य नहीं है. विद्यालय की ऐसी स्थिति देखकर उन्हें भी काफी दुख हो रहा है. बच्चे डर के साए में शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर दिख रहे हैं. स्कूल प्रशासन की ओर से धांधली की जा रही है. जिसकी जानकारी वह जल्द ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी देंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर इस स्कूल के पुनः निर्माण का भी आग्रह करेंगे.

सूखे पड़े नल
सूखे पड़े नल

ये भी पढ़ें- शिक्षा विभाग विद्यार्थियों के भविष्य से कर रहा खिलवाड़, DM से छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन कर शिक्षक की मांग की

सरकारी फंड का हेडमास्टर करते हैं बंदरबांट
पूर्व सांसद के सामने ही स्कूल परिसर में मौजूद हेड मास्टर और अन्य शिक्षक आपस में भिड़ गए और शिक्षकों ने जमकर हंगामा किया. मौके पर मौजूद शिक्षकों ने कहा कि विद्यालय भवन के निर्माण के लिए जानकारी मांगी थी. हेडमास्टर ने शिक्षा विभाग को स्कूल की स्थिति ठीक होने की जानकारी विभाग को दी. जो सरासर गलत है. इस विद्यालय में स्पोर्ट्स कोटे के लिए जो सरकारी फंड है. उसे हेड मास्टर बंदरबांट कर खत्म कर देते हैं. स्कूल में स्पोर्ट के नाम पर बच्चों को खेल की सुविधा या ट्रेनिंग देने के नाम पर कोई भी सामग्री स्कूल प्रशासन की ओर से मुहैया नहीं करवाई गई है .

विद्यालय का लटका छज्जा
विद्यालय का लटका छज्जा

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शिक्षा व्यवस्था सुधारने के दंभ भर रहे हैं. वहीं, राजधानी पटना के कदम कुआं थाना क्षेत्र के पश्चिमी लोहानीपुर का राजकीय कन्या मध्य विद्यालय जर्जर स्थिति में हैं. जहां बच्चे डर के साये में पढ़ाई कर रहे हैं. इतना ही नहीं विद्यालय में मूलभूत सुविधा पानी और शौचालय तक की व्यवस्था तक नहीं है. जिस पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है. इस विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे पूर्व सांसद सीपी ठाकुर ने कहा कि स्कूल के लायक यह है ही नहीं.

विद्यालय की स्थिति
विद्यालय की स्थिति

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पांच विद्यालय किए गये हैं मर्ज
बता दें कि राजकीय कन्या मध्य विद्यालय में पांच विद्यालय मर्ज किए गये हैं. जहां केवल तीन कमरे ही हैं और विद्यालय में कुल 197 बच्चे हैं. जिनके बैठने तक की व्यवस्था नहीं है. जिससे बच्चों को बाहर बैठकर पढ़ाई करना पड़ रहा है. इतना ही नहीं विद्यालय जर्जर होने के साथ छज्जे भी लटके हुए हैं. उसी के नजदीक बच्चे बेंच लगाकर बैठते हैं. जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है.

देखें वीडियो

विद्यालय में मूलभूत सुविधा का अभाव
विद्यालय में मूलभूत सुविधा नहीं होने से विद्यार्थियों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. स्कूल में बच्चों के पानी पीने के लिए नल लगाये गये हैं. लेकिन नल में पानी नहीं आता. जिससे बच्चों को घर से जाकर पानी लाना पड़ता है. स्कूल परिसर में शौचालय बनाया तो गया है लेकिन ताले लगा दिए गये है. जिससे बच्चों को शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है. मूलभूत सुविधा नहीं मिलने और विद्यालय जर्जर होने से यहां तैनात शिक्षक भी परेशान हैं.

जर्जर बिल्डिंग
जर्जर बिल्डिंग

बीजेपी के पूर्व सांसद सीपी ठाकुर ने किया निरीक्षण
वहीं, विद्यालय का निरीक्षण करने बीजेपी के पूर्व सांसद सीपी ठाकुर पहुंचे. पूरे विद्यालय भवन का निरीक्षण कर उन्होंने बताया कि स्कूल बच्चों के पढ़ने योग्य नहीं है. विद्यालय की ऐसी स्थिति देखकर उन्हें भी काफी दुख हो रहा है. बच्चे डर के साए में शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर दिख रहे हैं. स्कूल प्रशासन की ओर से धांधली की जा रही है. जिसकी जानकारी वह जल्द ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी देंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर इस स्कूल के पुनः निर्माण का भी आग्रह करेंगे.

सूखे पड़े नल
सूखे पड़े नल

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सरकारी फंड का हेडमास्टर करते हैं बंदरबांट
पूर्व सांसद के सामने ही स्कूल परिसर में मौजूद हेड मास्टर और अन्य शिक्षक आपस में भिड़ गए और शिक्षकों ने जमकर हंगामा किया. मौके पर मौजूद शिक्षकों ने कहा कि विद्यालय भवन के निर्माण के लिए जानकारी मांगी थी. हेडमास्टर ने शिक्षा विभाग को स्कूल की स्थिति ठीक होने की जानकारी विभाग को दी. जो सरासर गलत है. इस विद्यालय में स्पोर्ट्स कोटे के लिए जो सरकारी फंड है. उसे हेड मास्टर बंदरबांट कर खत्म कर देते हैं. स्कूल में स्पोर्ट के नाम पर बच्चों को खेल की सुविधा या ट्रेनिंग देने के नाम पर कोई भी सामग्री स्कूल प्रशासन की ओर से मुहैया नहीं करवाई गई है .

विद्यालय का लटका छज्जा
विद्यालय का लटका छज्जा
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