पटना: 16 जनवरी से राज्य भर में 300 सेंटर पर प्राथमिकता के मुताबिक कोरोना वैक्सीन दी जाएगी. इसको लेकर आज मुख्य सचिव दीपक कुमार ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कई जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन बिल्कुल सुरक्षित है और इसको लेने वाले किसी तरह की शंका मन में नहीं रखें.
"वैक्सीन को लेकर किसी के भी मन में भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए. यह वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और सबसे खुशी की बात है कि इसका निर्माण भारत में ही हुआ है. भले ही अभी वैक्सीन का उत्पादन कम संख्या में हो रहा है, लेकिन जब इसके उत्पादकता की क्षमता बढ़ जाएगी, तब भारत इतिहास रचने का काम करेगा. इस वैक्सीन में एंटीबॉडी डेवलप करने के भी गुण है. जिसके इस्तेमाल से टीका लेने वाले व्यक्ति के शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाएगी-" दीपक कुमार, मुख्य सचिव
स्वास्थ्य कर्मियों को दिए जाएंगे वैक्सीन
16 जनवरी से होने वाले वैक्सीनेशन पर मुख्य सचिव ने कहा कि पहले स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन दिए जाएंगे. इसके बाद कोरोना वायरस और फ्रंटलाइन वर्कर को दिए जाएंगे. अभी राज्य को वैक्सीन का पहली खेप मिली है और जल्द ही दूसरा खेप भी मिलने की उम्मीद है.
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पूरे प्रक्रिया में लगेंगे डेढ़ महीने
मुख्य सचिव दीपक कुमार ने माना कि हर वैक्सीन के कुछ ना कुछ साइड इफेक्ट भी होते हैं. लेकिन कोरोना वैक्सीन में किस तरह का साइड इफेक्ट है, इस पर अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है. पल्स पोलियो अभियान लंबे अरसे से चलने के बावजूद अभी भी कुछ बच्चे पोलियो के शिकार हो जाते हैं.
कोरोना वैक्सीन के पहले डोज के 28 दिन के बाद दूसरा डोज दिया जाएगा. दूसरे डोज के तकरीबन 15 दिनों तक वैक्सीन लेने वाले व्यक्ति को सतर्क रहना होगा. इस मुताबिक पूरे प्रक्रिया में डेढ़ महीना लगेगा. वैक्सीन लेने वाले व्यक्ति को हर महीने तक सतर्क रहने की जरूरत पड़ेगी.