पटना: बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई सरकार ने कामकाज संभालते ही स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने की कवायद शुरू कर दी है. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद राज्य के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने स्वास्थ्य महकमे के आलाधिकारियों को गांव-गांव घूमकर स्वास्थ्य सेवाओं की बुनियादी जरूरतों की जांच करने के निर्देश दिए. साथ ही अफसरों को ये हिदायत भी दी कि ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा करने के दौरान अधिकारी राज्य की जनता से सेहत पर भी चर्चा करें.
'शिकायतें दो तरह की हो सकती हैं. इनमें कुछ का निदान तत्काल संभव है और कुछ शिकायतों को दूर करने में कुछ समय लग सकता है. जिन समस्या का तत्काल निदान संभव है उसे प्राथमिक स्तर पर निपटाया जाए'- दीपक कुमार, मुख्य सचिव
'मुख्यालय स्तर पर बनाएं शिकायत कोषांग'
यदि किसी जिले या प्रखंड में स्वास्थ्य सेवाओं में किसी प्रकार की कोई कमी नजर आती है, तो अधिकारी इसे विकसित करने की कार्य योजना तैयार करें और सरकार को सौंपे. ताकि संबंधित अस्पताल, स्वास्थ्य केंद्र को विकसित करने के लिए इन कमियों को दूर किया जा सके. बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी शिकायतों के निदान के लिए मुख्यालय स्तर पर शिकायत कोषांग बनाने का सुझाव भी दिया.