पटना: बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था की चुनौती कम होने का नाम नहीं ले रही है. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की दूसरी लहर थमी ही थी कि राज्य के कई जिलों में वायरल फीवर (Viral Fever) का कहर शुरू हो गया. वहीं, पटना में स्वाइन फ्लू (Swine Flu) ने भी दस्तक दे दी है.
यह भी पढ़ें- पटना में इनफ्लूएंजा-A से संक्रमित मरीज की मौत, स्वाइन फ्लू के 2 मरीज भर्ती, H1N1 की पुष्टि
बिहार में एक के बाद एक बीमारियों के फैलने के चलते राज्य सरकार सतर्क है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों की समीक्षा के लिए शनिवार को बैठक की. बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के साथ विभाग के सभी आला अधिकारी मौजूद रहे.
विभाग की ओर से अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बिहार में कोरोना की स्थिति, कोरोना के थर्ड वेब से निपटने के लिए की गई तैयारी और टीकाकरण के संबंध में प्रेजेंटेशन दी. इसके साथ ही प्रत्यय अमृत नीतीश कुमार को बाढ़ ग्रस्त इलाकों में महामारी न फैले इसके लिए किए गए इंतजाम भी बताया. बैठक में वायरल फीवर और स्वाइन फ्लू पर भी चर्चा की.
बैठक में सीएम नीतिश कुमार ने अधिकारियों को वायरल फीवर और स्वाइन फ्लू को लेकर निर्देश जारी किया. सीएम ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहने का निर्देश दिया. साथ ही अस्पतालों में दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता रखने की बता कही. बता दें कि पटना में स्वाइन फ्लू (इनफ्लूएंजा-ए) के संक्रमण से एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है. इसके साथ ही पारस हॉस्पिटल में स्वाइन फ्लू के दो मरीज भर्ती हैं.
दरअसल, बिहार में इन दिनों बड़ी संख्या में बच्चे वायरल फीवर से पीड़ित हो रहे हैं. पटना के अस्पतालों के ओपीडी में रोज 100 से अधिक बच्चे वायरल फीवर के चलते पहुंच रहे हैं. मुजफ्फरपुर में भी वायरल फीवर के चलते अस्पतालों के बेड फुल हो गए थे. अब यहां मरीजों की संख्या कम हो गई है. एसकेएमसीएच के पीकू वार्ड में 88 बच्चों का इलाज चल रहा है.
यह भी पढ़ें- तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार को लिखी चिट्ठी, रामविलास और रघुवंश बाबू के लिए रखी यह मांग