पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में उद्योग विभाग की समीक्षा बैठक की. इस दौरान नीतीश कुमार ने आत्मनिर्भर बिहार बनाने के लिए कई निर्देश दिए. उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने उद्योग विभाग से संबंधित प्रस्तुतीकरण दिया. इसमें आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय-2 अंतर्गत प्रस्तावित योजनाएं, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व अति पिछड़ा वर्ग उद्यमी योजनाएं और उनके कार्यान्वयन के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई.
कलस्टर आधारित योजनाओं के अंतर्गत जिला औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना-2020, दूसरे राज्यों से लौटे श्रमिकों की स्किल मैपिंग, कलस्टर उद्योग के बेतिया मॉडल के बारे में भी जानकारी दी गई. समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने युवाओं के प्रशिक्षण पर विशेष जोर दिया. इससे पहले मुख्यमंत्री ने सुलभ संपर्कता योजना की समीक्षा में भी कई निर्देश दिया.
मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देश
- बिहार में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग की काफी संभावनाएं हैं, इस पर काम करें.
- राज्य में इथेनॉल उत्पादन की काफी संभावनाएं हैं, इस पर काम करें.
- इथेनॉल उत्पादन के लिए गन्ना को प्राथमिकता में रखते हुए काम करें.
- कृषि अवशेष से भी इथेनॉल उत्पादन के लिए आकलन कर काम करें.
- युवाओं के लिए उच्च प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए ताकि वे नया उद्योग अथवा व्यवसाय कर सकें.
- राज्य में नए उद्योग लगाने वालों को सरकार हरसंभव मदद उपलब्ध कराएगी.
‘सुलभ संपर्कता’ योजना के लिए सीएम के निर्देश
- राज्य में सुलभ संपर्कता हेतु शहरी क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार बाईपासों और फ्लाईओवरों के निर्माण के लिए कार्य योजना बनाकर तेजी से काम करें.
- सड़कों का रख-रखाव विभाग के इंजीनियरिंग विंग द्वारा कराई जाए, इससे सड़कों की गुणवत्ता बनी रहेगी.
समीक्षा बैठक में उप मुख्यमंत्री रेणु देवी, पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय, मुख्य सचिव दीपक कुमार, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, बिहार राज्य पथ विकास निगम के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार और मुख्यमंत्री सचिवालय के कई अधिकारी मौजूद थे.