पटना: जिले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक अणे मार्ग स्थित नेक संवाद से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भवन निर्माण विभाग की कई योजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास और कार्यारंभ किया. मुख्यमंत्री ने 85.69 करोड़ रुपये की लागत से बने 6 भवनों का उद्घाटन और 536.53 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली 23 भवनों का शिलान्यास और कार्यारंभ किया.
डिग्री कॉलेज का निर्माण
जिले में मुख्यमंत्री ने बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड के माध्यम से सरकारी अंगीभूत महाविद्यालय (डिग्री कॉलेज) अरवल के भवन का शिलान्यास किया. इस अवसर पर सरदार पटेल भवन में अधिष्ठापित कलाकृतियों का लोकार्पण भी किया गया. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को गुणवत्ता के साथ भवनों का निर्माण और उसके मेंटेनेंस करने पर का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 में भवन निर्माण का बजट 22 करोड़ था, वहीं आज यह बजट 4500 करोड़ से अधिक हो चुका है.
मुख्यमंत्री के संबोधन के मुख्य बिंदु
- वर्ष 2004-05 में भवन निर्माण विभाग का बजट 22 करोड 53 लाख रुपये था, जो वर्ष 2020-21 में बढ़कर 4,543 करोड़ रुपये हो गया है. विभाग ने वर्ष 2006-07 से
- वर्ष 2019-20 तक 13 हजार 142 करोड़ रुपये का व्यय किया था.
- गंगा किनारे निर्मित होने वाला पटना समाहरणालय काफी सुंदर होगा. इससे लोगों को काफी सहूलियत होगी. इसके निर्माण में पर्यावरण संरक्षण का ध्यान रखा जाएगा.
- बिहार संग्रहालय देश का पहला अंतर्राष्ट्रीय स्तर का संग्रहालय बनाया गया है, जिसकी विशिष्टता देखने के लिये देश और विदेश के लोग आते हैं.
- पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर साइंस सिटी का निर्माण में हो रहा है. बोधगया में महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण कराया जा रहा है.
- दिल्ली में 78 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे 10 मंजिला ‘बिहार सदन’ में 118 कमरे होंगे.
- प्रखंड कार्यालयों के भवनों के अंतर्गत 51 भवनों में से 36 भवनों का निर्माण पूर्ण हो चुका है और 15 भवनों का निर्माण जारी है. प्रखंड आईटी केंद्र के 96 भवनों में से 71 का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है.
- अच्छी गुणवत्ता वाले भवनों के निर्माण के साथ-साथ उसका रखरखाव भी जरुरी है. वहीं जो भी भवन बनाये जा रहे हैं उनका मेंटेनेंस हर हाल में सुनिश्चित हो.
- निर्माण की जो भी गुणवत्ता निर्धारित की गई है, उसे हर हाल में कायम रखें. जिन विभागों के अंतर्गत भवन बने हैं उनकी साफ-सफाई का ख्याल रखना भी उनकी जिम्मेदारी है.
- निर्माण कार्य में भी पर्यावरण संरक्षण का ध्यान रखा जाए और बिल्डिंग ऐसी बने जिससे पर्यावरण को नुकसान नहीं हो.
- पर्यावरण के संरक्षण के प्रति सतर्क हैं. इसे लेकर यूनाईटेड नेशंस की तरफ से खबर आई है कि वे बिहार के साथ पर्यावरण को लेकर चर्चा करना चाहते हैं.
600 करोड़ से अधिक की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास
मुख्यमंत्री ने कहा कि वे सबसे पहले भवन निर्माण विभाग और शिक्षा विभाग का उद्घाटन और शिलान्यास लिए बधाई देता हूं. आज अनेक योजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास और कार्यारंभ किया जा रहा है, ये खुशी की बात है. सीतामढ़ी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी उद्घाटन किया गया है. इस शिलान्यास कार्य के बाद पटना समाहरणालय का निर्माण, समस्तीपुर और भोजपुर में अभियंत्रण महाविद्यालय का निर्माण, मुख्यमंत्री खेल विकास योजना के अंतर्गत विभिन्न जिलों खगड़िया, पूर्णिया, सारण, गया, शिवहर, भागलपुर और बांका में एक-एक खेल भवन सह व्यायामशाला भवन का निर्माण, एमआईटी मुजफ्फरपुर में 200 की क्षमता वाले बालक और बालिका छात्रावास का निर्माण हो सकेगा.
छात्रावास भवन का निर्माण
राजकीय महिला पॉलिटेक्निक बेला, मुजफ्फरपुर में 200 क्षमता वाले 3 बालिका छात्रावास भवन का निर्माण, नालंदा अभियंत्रण महाविद्यालय चंडी के परिसर में 200 शैय्या वाले बालक और 200 शैय्या वाले बालिका छात्रावास का निर्माण, कटिहार के मनिहारी में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान का निर्माण, बिहार राज्य वक्फ विकास योजना के अंतर्गत अंजुमन इस्लामिया वक्फ स्टेट किशनगंज में जी प्लस 3 बहुउद्देशीय वक्फ भवन का निर्माण, अनुसूचित जाति कल्याण छात्रावास रामपुर, गया में 100 शैय्या वाले नये छात्रावास भवन का निर्माण होगा.
तीन कलाकृतियों का अधिष्ठापित
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल भवन पटना में अधिष्ठापित कलाकृतियों का लोकार्पण किया गया है. वरिष्ठ कलाकार सीमा कोहली, बालन नांबियार और काली कंडर डे की तीन कलाकृतियों को अधिष्ठापित किया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना समाहरणालय के भवन का निर्माण का काम शुरु हो गया है. वर्ष 2017 के 6 फरवरी को निश्चय यात्रा के समय पटना के समाहरणालय में बैठक हुई थी. इस समय इस समाहरणालय की पूरी बिल्डिंग को देखा गया था. लोग पहले से ये कहते आ रहे थे कि यह एक ऐतिहासिक बिल्डिंग है. पुरातत्व विभाग के निदेशक की जांच रिपोर्ट से इसके संबंध में जानकारी मिली की यूरोप के नीदरलैंड की डच ईस्ट इंडिया कंपनी के माध्यम से बनाई गई थी.
यहां अफीम और शोरा का भंडारण किया जाता था. वहीं पर पता चला कि बापू पर आधारित रिचर्ड एटनबरो की फिल्म ‘गांधी’ की शूटिंग भी यहीं हुई थी. इन सब बातों से इसके ऐतिहासिक होने का कोई विशेष महत्व नहीं दिखता है. समाहरणालय की क्षतिग्रस्त बिल्डिंग को देखते हुए वर्ष 2010 से ही इसके निर्माण कार्य के लिए हमलोग प्रयासरत थे. इसी बीच में यह मामला कोर्ट में चला गया था. भवन निर्माण विभाग ने जानकारी दी है कि कोर्ट से स्टे खत्म हो गया है और अब इसका निर्माण कार्य शुरु हो रहा है. इसके साथ ही सुझाव दिया है कि इसमें पुरानी चीजों को भी स्टोर करके रखा जाए ताकि सभी की भावनाओं का सम्मान हो सके.
39 कार्यालय का निर्माण
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाहरणालय का प्रशासनिक भवन 186 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है. इसमें जिलाधिकारी के कार्यालय सहित 39 प्रकार के कार्यालय होंगे. इस परिसर में 4 उद्यान होंगे और यह 3,484 वर्गमीटर का हरित क्षेत्र होगा. पर्यावरण के दृष्टिकोण से यह अच्छा है. यहां 3 कॉन्फ्रेंस हॉल का भी निर्माण होगा. गंगा किनारे निर्मित होने वाले पटना समाहरणालय काफी सुंदर होगा. इससे लोगों को काफी सहूलियत होगी. इसके निर्माण कार्य में पर्यावरण के संरक्षण का भी ध्यान रखा जाएगा.
इंजीनियरिंग कॉलेज का निर्माण
मुख्यमंत्री ने कहा कि कई जगहों पर इंजीनियरिंग कॉलेज का निर्माण हो रहा है. प्रत्येक जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज के निर्माण के लक्ष्य के अंतर्गत कई जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेज का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है और कई जिलों में निर्माण कार्य चल रहा है. कुछ जिलों में जमीन अधिग्रहण की समस्या को लेकर निर्माण नहीं हो पा रहा था, लेकिन अब वहां भी निर्माण कार्य शुरु हो गया है.
इसे लेकर आरा और समस्तीपुर में भी जगह का चयन हो गया है. उन्होंने कहा कि पहले वर्ष 2004-05 में भवन निर्माण विभाग का बजट 22 करोड 53 लाख रुपये का था, जो वर्ष 2020-21 में बढ़कर 4,543 करोड़ रुपये हो गया है. विभाग ने वर्ष 2006-07 से वर्ष 2019-20 के बीच 13 हजार 142 करोड़ रुपये का व्यय किया गया है. पुलिस भवन निर्माण निगम जो बंद होने की कगार पर था उसको पुनर्जीवित कर उसके माध्यम से कई भवनों का निर्माण कराया गया.
शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए निगम का गठन
शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए अलग से निगम का गठन किया गया. बिहार शिक्षा आधारभूत संरचना निर्माण निगम लिमिटेड के माध्यम से शिक्षा विभाग की आधारभूत संरचनाओं का निर्माण कराया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत बिहार मेडिकल सर्विसेज एंड इन्फ्रास्ट्रचर कॉरपोरेशन लिमिटेड, आधारभूत संरचना निर्माण के साथ-साथ दवा, उपकरणों की आपूर्ति की जिम्मेवारी भी निभा रहा है.
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बिहार संग्रहालय का निर्माण
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का पहला अंतर्राष्ट्रीय स्तर का संग्रहालय बिहार संग्रहालय बनाया गया है, जहां देश और देश के बाहर के लोग आकर इसकी विशिष्ठता देखते हैं. पटना म्यूजियम का भी फिर से निर्माण कराया जा रहा है, जिससे सभी कलाकृतियों को ठीक से सुसज्जित ढंग से रखा जा सके. पटना म्यूजियम और बिहार संग्रहालय में अंडरग्राउंड कनेक्टिविटी होनी चाहिए, जिससे दोनों जगह लोग आसानी से जाकर अवलोकन कर सकें.
उन्होंने कहा कि सम्राट अशोक कन्वेंशन केन्द्र का निर्माण कराया गया है. इसमें ज्ञान भवन, 5 हजार की क्षमता वाले बापू सभागार और सभ्यता द्वार का निर्माण कराया गया है, यहां सम्राट अशोक की सांकेतिक मूर्ति लगाई गई है. सरदार पटेल भवन में पुलिस मुख्यालय के साथ-साथ आपदा प्रबंधन विभाग का मुख्यालय भी है. यह भवन 9 रिक्टर स्केल का भूकंप आने पर भी ध्वस्त नहीं होगा. इसके ऊपर हेलिकॉप्टर उतर सकेगा. भूकंप की स्थिति में यहां से सभी चीजों को मॉनिटर किया जा सकता है.
सदन का निर्माण
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में सरकारी भवनों के निर्माण के साथ-साथ दिल्ली में भी बिहार सदन का निर्माण कराया जा रहा है. पहले से दिल्ली में बिहार भवन और बिहार निवास बना हुआ है. दिसंबर 2019 तक बिहार सदन का निर्माण कार्य पूर्ण होना था, लेकिन दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के माध्यम से काम पर रोक और कोरोना संक्रमण के कारण यह काम समय पर पूर्ण नहीं हो सका. उन्होंने कहा कि प्रखंड कार्यालयों के भवनों के अंतर्गत 51 भवनों में से 36 भवनों का निर्माण पूर्ण हो चुका है और 15 भवनों का निर्माण जारी है. प्रखंड आईटी केंद्र जो कि नाबार्ड से लोन लेकर बनाया जा रहा है, 96 भवनों में से 71 का कार्य पूर्ण हो चुका है.
उन्होंने कहा कि 7 निश्चय के तहत हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज, जीएनएम संस्थान, पॉलिटेक्निक संस्थान, महिला आईटीआई का निर्माण और सभी अनुमंडलों में एएनएम संस्थान और आईटीआई का निर्माण कराया जा रहा है. इन संस्थानों के निर्माण से हमारे छात्रों को पढ़ने की सुविधा मिलेगी. मेडिकल कॉलेजों का काम कई जगह शुरू हो गया है.
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भी मौजूद
इस कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चैधरी, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, भवन निर्माण मंत्री अशोक चैधरी और प्रधान सचिव, भवन निर्माण चंचल कुमार ने भी संबोधित किया. इस कार्यक्रम में मुख्य सचिव दीपक कुमार मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकारी मौजूद थे जबकि वीडिया कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री जय कुमार सिंह, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री प्रमोद कुमार, श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा, समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद, अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री रमेश ऋषिदेव, सांसदगण, विधायकगण, विधान पार्षदगण, अन्य जन प्रतिनिधि सहित सभी संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव/प्रधान सचिव/सचिव, प्रमंडलीय आयुक्त, जिलाधिकारी, वरीय अधिकारीगण, अभियंतागण एवं गणमान्य व्यक्ति जुड़े हुए थे.