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बिहार को कोरोना से डरने की जरूरत नहीं, राज्य स्वास्थ्य समिति के निदेशक ने मुख्यमंत्री को बतायी वजह

चीन में तेजी से फैल रहे कोरोना के नए वैरिएंट BF.7 ने (new variant of corona) दुनियाभर को दहशत में डाल रखा है. लोग इस नए वैरिएंट से डर रहे है. लेकिन बिहार को इस वैरिएंट से डरने की जरूरत नहीं है. यहां के लोग सुरक्षित है. वजह. आज शनिवार को कोरोना को लेकर हुई उच्चस्तरीय बैठक में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने बतायी. पढ़िये, पूरी खबर.

मुख्यमंत्री
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Published : Dec 24, 2022, 9:27 PM IST

Updated : Dec 24, 2022, 9:34 PM IST

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को अपने आवास 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में कोरोना को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक (Chief Minister meeting regarding Corona) की. बैठक में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने कोरोना की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी. उन्होंने कोरोना जांच और टीकाकरण के संबंध में विस्तृत जानकारी दी.

इसे भी पढ़ेंः 'बिहार में कोरोना के सिर्फ 3 एक्टिव केस', बोले तेजस्वी यादव- 'घबराने की नहीं है जरूरत'

राज्य में कोरोना को लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं है. बाहर से आने वाले लोगों की रैंडम जांच कराये. कोरोना जांच की संख्या और बढ़ाने के साथ-साथ टीकाकरण कार्य में भी तेजी लाएं. अस्पतालों में दवा के साथ-साथ ऑक्सीजन की उपलब्धता पर्याप्त रखे- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री


कोरोना का एक्टिव केस शून्यः बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के फिर से बढ़ने की आशंका जतायी जा रही है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जो जानकारी दी गयी है उसमें बताया गया कि राज्य में आज की तिथि में कोरोना का एक्टिव केस शून्य है, इसलिये घबराने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि कोरोना के कमजोर होने के दौरान भी हमलोगों ने कभी शिथिलता नहीं बरती. राज्य में लगातार कोरोना जांच और टीकाकरण कराते रहे हैं. पूरे देश में 10 लाख की आबादी पर 6.59 लाख जांच की गयी जबकि बिहार में 8.20 लाख जांच की गयी हैं.

टीकाकरण तीव्र गति से करायाः आज पूरे देश में कोरोना की जितनी टेस्टिंग की जाती है, उसमें लगभग आधा टेस्टिंग अकेले बिहार में हो रही है. राज्य में टीकाकरण भी तीव्र गति से कराया गया है. अब तक 15 करोड़ 71 लाख टीकाकरण कराया जा चुका है. इससे स्पष्ट है कि कोरोना को लेकर राज्य सरकार शुरू से ही गंभीर और संवेदनशील है. बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित रहे.

इसे भी पढ़ेंः Coronavirus BF 7 Variant : गया एयरपोर्ट सिर्फ थर्मल स्क्रीनिंग के भरोसे..जांच को लेकर दिखी लापरवाही

बैठक में दिये निर्देशः मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना को लेकर पूरी तरह अलर्ट रहे. बाहर से आने वाले लोगों की रैंडम जांच कराये.कोरोना जांच की संख्या और बढ़ाने के साथ-साथ टीकाकरण कार्य में भी तेजी लाएं. अस्पतालों में दवा के साथ-साथ ऑक्सीजन की उपलब्धता पर्याप्त रखे. ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह फंक्शनल रखें. अस्पतालों में इलाज की पूरी व्यवस्था रखें. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोरोना को लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं है. लोग सचेत और सजग रहें.

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को अपने आवास 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में कोरोना को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक (Chief Minister meeting regarding Corona) की. बैठक में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने कोरोना की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी. उन्होंने कोरोना जांच और टीकाकरण के संबंध में विस्तृत जानकारी दी.

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राज्य में कोरोना को लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं है. बाहर से आने वाले लोगों की रैंडम जांच कराये. कोरोना जांच की संख्या और बढ़ाने के साथ-साथ टीकाकरण कार्य में भी तेजी लाएं. अस्पतालों में दवा के साथ-साथ ऑक्सीजन की उपलब्धता पर्याप्त रखे- नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री


कोरोना का एक्टिव केस शून्यः बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के फिर से बढ़ने की आशंका जतायी जा रही है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जो जानकारी दी गयी है उसमें बताया गया कि राज्य में आज की तिथि में कोरोना का एक्टिव केस शून्य है, इसलिये घबराने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि कोरोना के कमजोर होने के दौरान भी हमलोगों ने कभी शिथिलता नहीं बरती. राज्य में लगातार कोरोना जांच और टीकाकरण कराते रहे हैं. पूरे देश में 10 लाख की आबादी पर 6.59 लाख जांच की गयी जबकि बिहार में 8.20 लाख जांच की गयी हैं.

टीकाकरण तीव्र गति से करायाः आज पूरे देश में कोरोना की जितनी टेस्टिंग की जाती है, उसमें लगभग आधा टेस्टिंग अकेले बिहार में हो रही है. राज्य में टीकाकरण भी तीव्र गति से कराया गया है. अब तक 15 करोड़ 71 लाख टीकाकरण कराया जा चुका है. इससे स्पष्ट है कि कोरोना को लेकर राज्य सरकार शुरू से ही गंभीर और संवेदनशील है. बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित रहे.

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बैठक में दिये निर्देशः मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुये कहा कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना को लेकर पूरी तरह अलर्ट रहे. बाहर से आने वाले लोगों की रैंडम जांच कराये.कोरोना जांच की संख्या और बढ़ाने के साथ-साथ टीकाकरण कार्य में भी तेजी लाएं. अस्पतालों में दवा के साथ-साथ ऑक्सीजन की उपलब्धता पर्याप्त रखे. ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह फंक्शनल रखें. अस्पतालों में इलाज की पूरी व्यवस्था रखें. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कोरोना को लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं है. लोग सचेत और सजग रहें.

Last Updated : Dec 24, 2022, 9:34 PM IST
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