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बर्ड फ्लू की दहशत से सिमटा चिकन कारोबार, कीमतों में आई भारी गिरावट

बर्ड फ्लू की दहशत ने चिकन कारोबारियों को मुश्किल में डाल दिया है. अंडे की खपत आधी हो गई है और चिकन का कारोबार भी घटकर आधे से कम हो गया है.

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Published : Jan 10, 2021, 8:44 PM IST

Updated : Jan 16, 2021, 6:10 PM IST

Chicken business
Chicken business

पटना: बिहार में अचानक अंडे की खपत आधी हो गई है और चिकन का कारोबार भी घटकर आधे से कम हो गया है. इस वजह से चिकन और अंडे की कीमतों में भारी गिरावट आई है. बर्ड फ्लू की दहशत ने चिकन कारोबारियों को मुश्किल में डाल दिया है.

पटना के बोरिंग रोड चौराहे पर वर्षों से अपनी मुर्गा दुकान चला रहे हैं. मुर्गा दुकानदार कहते हैं कि बर्ड फ्लू को देखते हुए लोगों ने मुर्गा का सेवन काफी हद तक कम कर दिया है और ऐसे आम दिनों में अमूमन रोजाना 60 से 70 किलो मुर्गे की बिक्री होती थी. आज हालात ऐसे हैं कि वह मुश्किल से 5 से 7 किलो मुर्गे बिक पा रहे हैं. इस कारण रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है.

देखें रिपोर्ट...

'परिवार का खर्च चलाना मुश्किल'
बोरिंग रोड चिल्ड्रन पार्क के नजदीक अपना अंडे का ठेला लगाकर ग्राहकों की बांट जोह रहा. अंडा दुकानदार निरंजन ने बताया कि आज हालात ऐसे हो गए हैं कि उनके परिवार के खर्चे भी बड़ी मुश्किल से चला पा रहे हैं. पहले चार से पांच कैरेट अंडे की खपत रोजाना हो जाया करती थी और बर्ड फ्लू के कारण लोगों ने अब अंडे खाने भी कम कर दिए हैं. इस कारण उनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब गई है.

पटना: बिहार में अचानक अंडे की खपत आधी हो गई है और चिकन का कारोबार भी घटकर आधे से कम हो गया है. इस वजह से चिकन और अंडे की कीमतों में भारी गिरावट आई है. बर्ड फ्लू की दहशत ने चिकन कारोबारियों को मुश्किल में डाल दिया है.

पटना के बोरिंग रोड चौराहे पर वर्षों से अपनी मुर्गा दुकान चला रहे हैं. मुर्गा दुकानदार कहते हैं कि बर्ड फ्लू को देखते हुए लोगों ने मुर्गा का सेवन काफी हद तक कम कर दिया है और ऐसे आम दिनों में अमूमन रोजाना 60 से 70 किलो मुर्गे की बिक्री होती थी. आज हालात ऐसे हैं कि वह मुश्किल से 5 से 7 किलो मुर्गे बिक पा रहे हैं. इस कारण रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है.

देखें रिपोर्ट...

'परिवार का खर्च चलाना मुश्किल'
बोरिंग रोड चिल्ड्रन पार्क के नजदीक अपना अंडे का ठेला लगाकर ग्राहकों की बांट जोह रहा. अंडा दुकानदार निरंजन ने बताया कि आज हालात ऐसे हो गए हैं कि उनके परिवार के खर्चे भी बड़ी मुश्किल से चला पा रहे हैं. पहले चार से पांच कैरेट अंडे की खपत रोजाना हो जाया करती थी और बर्ड फ्लू के कारण लोगों ने अब अंडे खाने भी कम कर दिए हैं. इस कारण उनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब गई है.

Last Updated : Jan 16, 2021, 6:10 PM IST
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