पटना : पूरे बिहार में छठ पर्व की धूम है. आज अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. इसको लेकर पूरे सूबे में छठ गीतों की गूंज सुनाई पड़ रही है. गाजे-बाजे के साथ साथ लोग अपने घरों में भी छठी मइया की गीत गाती दिखाई पड़ रही हैं.
कोरोना काल में हो रहे छठ पूजा के बीच सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइन का पालन किया जा रहा है. घाटों पर अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारी भी की गई है लेकिन बहुत सारे लोगों ने घर की छत पर ही अर्घ्य देने की तैयारी कर रखी है.
छत पर हौज बना देंगे अर्घ्य
यह अलग बात है कि घाटों पर अर्घ्य देने की पूरी तैयारी कर ली गई है. छठ घाटों को पूरी तरह से सजा दिया गया है. एनडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है ताकि कोई हादसा ना हो. इन सब के बीच कई लोग ऐसे हैं जिन्होंने मकान की छत पर ही अर्घ्य देने की पूरी तैयारी की है. कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने कंक्रीट से छत पर हौज बनाया है. ताकि उसमें खड़े होकर छठ व्रती अर्घ्य दे सकें. और कुछ लोग छत पर ही बाथटव रख उसमें ही अर्घ्य देंगे.
कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन
दरअसल कोरोना की वजह से राज्य सरकार ने छठ पूजा से पहले ही गाइडलाइन जारी किया है. जिसमें लोगों से घरों में ही छठ पूजा करने की अपील की है. लेकिन ज्यादातर लोग इसे मानने को तैयार नहीं हैं लिहाजा घाटों पर भी तैयारी की गई है. जारी गाइडलान में कहा गया है...
कोरोना गाइडलाइन का करें पालन
- कोरोना को देखते हुए लोग घरों में ही करेंगे छठ पूजा
- छठ पर्व के अवसर पर मेला, जागरण, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं होगा
- छठ घाटों पर पार्किंग की व्यवस्था नहीं है इसलिए गाड़ी से घाट नहीं जाएं
- घाटों पर ज्यादा भीड़-भाड़ ना लगाएं
- छठ घाटों पर जाने वाले लोग मास्क का प्रयोग करें
- सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य है
- बुखार से ग्रस्त व्यक्ति छठ घाटों पर नहीं जाएं
- 60 साल से ऊपर के व्यक्ति और बच्चे घाट पर नहीं जाएं
- अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रस्त व्यक्ति घर में ही रहें