पटना : शराबबंदी वाले बिहार (Liquor Ban In Bihar) में सियासत गरमा गई है. एनएचआरसी की भी टीम राज्य के दौरे पर है. वहीं अब दूसरी तरफ कांग्रेस भी अपने पांच विधायकों के दल को मौके पर भेजेगी. टीमें मौके पर जाकर पीड़ितों के परिवारों से मिलेगा. छपरा में जहरीली शराब पीने से अब तक 73 लोगों की जान जा चुकी है. सरकारी आंकड़ों में 38 लोगों की मौत बताई गई है.
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जांच की रिपोर्ट प्रदेश कमेटी को सौंपेगी: पार्टी के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने बताया कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के निर्देश पर पांच विधायकों का दल छपरा जहरीली शराब कांड के मौके पर जाएगा. विधायक दल में जय शंकर दूबे, राजेश कुमार, आनंद शंकर और दो अन्य विधायक हैं. टीमें मौके पर जाकर पीड़ितों के परिवारों से मिलेगा और जांच की रिपोर्ट प्रदेश कमेटी को सौंप देगी.
"जांच कमेटी की रिपोर्ट सौंप देने के बाद कांग्रेस पार्टी अपना रुख साफ करेगी. छपरा शराब कांड के बाद प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी की तरफ से भी 21 विधायकों ने मौके पर जाकर पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की थी." -असित नाथ तिवारी, प्रवक्ता, कांग्रेस
छपरा पहुंची NHRC की टीम: इस बीच, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के डीजी मनोज कुमार यादव के नेतृत्व में एक दूसरी टीम पटना पहुंची है. टीम में 2 सदस्य शामिल हैं. ये टीम दो दिवसीय दौरे पर बिहार आई है, जो छपरा और सिवान में बीमार मरीजों से बात करेगी. बता दें कि इससे पहले मंगलवार को एनएचआरसी की 10 सदस्यी टीम बिहार पहुंची थी, जो इस समय सारण के दौरे पर है.
जहरीली शराब पीने से कितनों की हुई मौत? : बताया जा रहा है कि एनएचआरसी की टीम ने सिविल सर्जन डॉक्टर सागर दुलाल सिन्हा और छपरा के वरीय चिकित्सक और छपरा सदर अस्पताल के उपाधीक्षक के साथ लगभग आधे घंटे तक बैठक की. इस दौरान पूरे मामले की जानकारी ली. इस मामले में अभी तक छपरा सदर अस्पताल के अधिकारियों ने 38 मौतों की पुष्टि की है.