पटना: राजधानी के अपोलो बर्न हॉस्पिटल में भर्ती मुजफ्फरपुर की पीड़िता से मिलने बिहार राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा पहुंचीं. पीड़िता से मिलकर दिलमणि मिश्रा ने उसकी व्यथा सुनी और अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिये जाने की मांग की. साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस-प्रशासन के लचर रवैये के कारण हालात और बिगड़ते जा रहे हैं.
महिला आयोग की अध्यक्ष ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुये कहा कि आज महिलाओं और युवतियों के साथ जो घिनौना काम हो रहा है, बहुत हद तक इसकी जिम्मेदार स्थानीय थाना पुलिस है. पुलिस आम लोगों की तो छोड़िये हमारी बात भी नहीं सुनती. पुलिस इन सभी मामलों से अपना पल्ला झाड़ लेती है. प्रशासन और पुलिस की लापरवाही के कारण ही अपराधी भयमुक्त होकर महिलाओं के साथ ऐसी दरिंदगी कर रहे हैं.
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
वहीं, उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि सीएम की तरफ से 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' पर काफी जोर दिया जाता है. लेकिन प्रशासन के नकारापन के कारण राज्य में बेटियों को अपराधी जिंदा जला रहे हैं. इन अपराधियों के डर से बेटियां घर से निकलने से भी डर रही हैं. मुजफ्फरपुर मामले में उन्होंने कहा कि अगर समय रहते पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर लेती तो शायद आज पीड़ित की ऐसी हालत न होती.
मामले में होगा स्पीडी ट्रायल
बता दें कि 7 दिसंबर को मुजफ्फरपुर में दुष्कर्म के प्रयास में असफल होने के बाद आरोपियों ने एक युवती को जिंदा जलाने का प्रयास किया था. जिसके बाद 90 फीसदी से ज्यादा जल चुकी युवती को मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया था. लेकिन हालत गंभीर होने के कारण उसे पटना के अपोलो बर्न अस्पताल में भर्ती कराया गया. घटना के बारे में मुजफ्फरपुर पुलिस महानिरीक्षक गणेश कुमार ने बताया कि पीड़िता और उसके परिजनों से बात की गई है. घटना के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. आगे की जांच तेज गति से हो, इसके लिए एसआइटी का गठन किया गया है. साथ ही दो महीने के अंदर जांच की प्रक्रिया पूरी कर दोषी के खिलाफ स्पीडी ट्रायल कराई जायेगी.