पटना:बिहार में बेरोजगारी एक अहम मुद्दा है. बेरोजगारी को दूर करने को लेकर श्रम संसाधन विभाग के मंत्री जीवेश मिश्रा (Jibesh Kumar) प्रयास कर रहे हैं. बिहार सरकार की प्राथमिकता है कि बिहार के युवाओं को हुनरमंद बनाकर रोजगार (Bihar Employment News) मुहैया कराया जाए. इसी के तहत अब बिहार के सभी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (Center Of Excellence) में तब्दील किए जाएंगे.
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आईटीआई को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में तब्दील करने का मुख्य मकसद है कि बिहार के युवा आधुनिक रोबोटिक और 3डी टेक्निक पर आधारित कौशल विकास का शिक्षण और प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें. जिससे बिहार के युवा आत्मनिर्भर बन सकेंगे.
श्रम संसाधन मंत्री (Labour Resources Department) जीवेश मिश्रा ने कहा कि युवाओं को रोजगार देना सरकार की पहली प्राथमिकता है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि राज्य में 19 लाख रोजगार देने के लिए सुनियोजित तरीके से कार्य किया जा रहा है. पटना स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय में सहयोग कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं और लोगों की समस्या सुनने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार के युवाओं का कौशल विकास के लिए कार्य किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि युवाओं के कौशल विकास किए बिना नौकरी देना मुश्किल है.
सरकार और टाटा टेक के द्वारा नई टेक्निक से विद्यार्थियों की पढ़ाई होगी तो जाहिर सी बात है विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर मिलेंगे. छात्रों को विजुअल के माध्यम से पढ़ने में आसानी होगी. यह पहल काफी अच्छी है. कुशलता के माध्यम से ही सफलता की ओर कदम बढ़ेंगे.- रोहन कुमार, आईटीआई छात्र
इस कड़ी में जीवेश मिश्रा ने बताया की टाटा टेक की मदद से बिहार के सभी आईटीआई में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खोला जाएगा.आपको बता दें कि 149 आईटीआई संस्थानों को चरणबद्ध तरीके से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में तब्दील करने का निर्णय लिया गया है लेकिन पहले चरण में 60 आईटीआई संस्थानों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में शामिल करने के लिए चिन्हित कर लिया गया है.
पहले चरण में मुंगेर के साथ-साथ कई जिलों के आईटीआई संस्थान भी शामिल हैं. मंत्री जीवेश मिश्रा ने बताया कि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में 23 तरह के नए लेटेस्ट ट्रेड तकनीक पढ़ाने को लेकर शामिल किया गया है. इसके लिए टाटा टेक बिहार में 88% राशि खर्च करेगी और राज्य सरकार 12% लगाएगी.
पहले के जमाने में आईटीआई में बहुत सारी मशीनें नहीं थी, जिससे विद्यार्थियों को पढ़ने में और प्रैक्टिकल में काफी दिक्कत आती थी. सरकार के द्वारा जो फैसला लिया गया है आने वाले दिनों में विद्यार्थियों को काफी सहूलियत होगी. साथ ही साथ आज जो देश में मांग है अगर उसकी पढ़ाई विद्यार्थी करेंगे तो उनको रोजगार तलाशने में परेशानी नहीं आएगी.- विक्की, छात्र
आईटीआई में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खुलेंगे उसमें लगभग 5500 करोड़ रुपए खर्च होंगे. फस्ट फेज में जो आईटीआई में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस खुलेंगे उसमें 2178 करोड़ रुपए का निवेश होगा. हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि इस माह के अंत तक बिहार सरकार और टाटा टेक द्वारा एमओयू साइन हो जाएगा. जानकारी के मुताबिक विगत 2 माह के अंदर शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग मिलाकर कुल 1 लाख 75 हजार सरकारी नौकरियां आने वाली हैं.
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