पटनाः राष्ट्रीय जनता दल आज अपना 23 वां स्थापना दिवस मना रहा है. इस मौके पर पार्टी के प्रदेश कार्यालय में एक समारोह का आयोजन किया गया है. जिसमें राबड़ी देवी तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव भाग लेंगे. 23 सालों में यह पहली बार है जब स्थापना दिवस के मौके पर पार्टी का कोई भी लोकसभा सदस्य नहीं है. वहीं, राजद सुप्रीमों लालू यादव दूसरी बार स्थापना दिवस समारोह में शामिल नहीं होंगे.
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी करेंगी उद्घाटन
5 जुलाई 1997 को राष्ट्रीय जनता दल अस्तित्व में आया था. इस साल पार्टी अपना 23 वां स्थापना दिवस मना रही है. बुधवार को मानसून सत्र में पहली बार शामिल हुए तेजस्वी यादव आज पार्टी के स्थापना दिवस समारोह में भी शामिल होंगे.स्थापना दिवस समारोह का आयोजन पार्टी के प्रदेश कार्यालय में किया गया है. जहां समारोह का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी करेंगी. इस मौके पर पार्टी के तमाम नेता शामिल होंगे.
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चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू यादव की जमानत याचिका पर आज होगी सुनवाई
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मुश्किल दौर से गुजर रही है पार्टी
लोकसभा चुनाव में सबसे बड़ी हार के बाद पार्टी मुश्किल दौर से गुजर रही है. हालांकि पार्टी के नेता कहते हैं कि यह तो होता ही रहता है. राजनीति में हार और जीत लगी रहती है. हम एक बार फिर मजबूती से उभरेंगे. पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आलोक मेहता ने कहा की स्थापना दिवस के दिन राष्ट्रीय जनता दल के सभी प्रखंड मुख्यालयों पर जन सरोकार के मुद्दों पर पार्टी के कार्यकर्ता और नेता प्रदर्शन करेंगे.
काफी दिनों तक गायब रहे तेजस्वी
बता दें कि लोकसभा चुनाव के नतीजे 23 मई को आए थे नतीजों में पार्टी को जबरदस्त हार का सामना करना पड़ा था. नतीजों के बाद पार्टी ने 28 और 29 मई को समीक्षा बैठक बुलाई थी. 29 मई को समीक्षा बैठक के बाद तेजस्वी यादव बिहार से बाहर चले गए और 1 जुलाई को पटना वापस लौटे. इस दौरान पार्टी की फजीहत होती रही. लोग सवाल पर सवाल उठाते रहे कि आखिर नेता प्रतिपक्ष कहां हैं.
6 जुलाई को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक
बहरहाल भारी फजीहत के बाद आखिरकार मॉनसून सत्र के पांचवें दिन तेजस्वी महज कुछ देर के लिए ही सदन आए. इसके पीछे उनकी मजबूरी भी थी. क्योंकि 5 और 6 जुलाई को पार्टी के कार्यक्रम होने हैं. जिसमें उन्हें शामिल होना है. अगर वह सदन नहीं आते और इन बैठकों में शामिल होते तो फिर और भी सवाल उठते. इसीलिए उन्हें कुछ देर के लिए ही सदन में अपनी हाजिरी लगानी पड़ी. स्थापना दिवस के ठीक 1 दिन बाद यानी शनिवार को पटना में राजद के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होनी है जिसमें देशभर से आए पार्टी के प्रतिनिधि भाग लेंगे.