पटना: जेपी आंदोलनकारी मंच ने 46वां शहादत दिवस मनाया. इस दौरान जेपी आंदोलनकारी मंच के सदस्यों ने बताया कि केंद्र और राज्य दोनों में जेपी आंदोलन से कई उभरे नेता आज मंत्री के पद पर विराजमान हैं. लेकिन आज तक इस जेपी सेनानी का शहीद स्मारक नहीं बन सका.
19 मार्च 1974 के दिन जय प्रकाश नायरण के नेतृत्व में आंदोलन हुआ था. उस आंदोलन में पटना सिटी के पादरी की हवेली के पास पुलिस की गोली से छात्र कामेश्वर की मौत हुई थी. इसको लेकर जेपी आंदोलनकारी मंच के तरफ से 46वीं शहादत दिवस मनाया गया. इस मंच के तरफ से हमेशा शहादत दिवस मनाया जाता रहा है.
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लोगों की रही भीड़
जेपी आंदोलनकारी मंच के सदस्यों ने शहीद छात्र कामेश्वर की शहीद स्थल पर स्मारक बनाए जाने की मांग की. साथ ही उनके परिजनों के साथ जेपी आंदोलन में शामिल सभी लोगों को पेंशन को सुचारू रूप से चालू करने की भी मांग की. वहीं, इस दौरान लोगों की काफी भीड़ रही.