पटना : रेलवे नौकरी घोटाला मामले में सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है. सीबीआई ने हृदयानंद चौधरी को गिरफ्तार किया है. हृदयानंद चौधरी पटना के राजेंद्र नगर टर्मिनल पर कार्यरत है. बता दें कि गोपालगंज के इटवा गांव से हृदयानंद का संबंध रहा है.
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CBI ने की थी छापेमारी : गोपालगंज जिले के उचकागांव थाना क्षेत्र के इटवा गांव निवासी रेलकर्मी हृदयानंद चौधरी ने राजद सुप्रीमो लालू यादव की बेटी हेमा यादव को अपनी भावनात्मक बहन बताकर उन्हें जमीन गिफ्ट की (Hema Yadav Name In RRB Scam) थी. यह बयान खुद रेलकर्मी हृदयानंद चौधरी के बड़े भाई देवेंद्र चौधरी का ने दिया था. दरअसल, मई 2022 को सीबीआई की चार सदस्यीय टीम को पूछताछ के दौरान उन्होंने यह जानकारी दी थी. उस दौरान सीबीआइ की टीम ने घर की तलाशी के बाद कई कागजात ओर पासबुक जब्त की थी.
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भोला यादव को पहले किया गया गिरफ्तार : इससे पहले, केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) ने बुधवार को पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के तत्कालीन ओएसडी भोला यादव को नौकरी के लिए जमीन लेने के मामले में गिरफ्तार किया है. भोला यादव 2004 से 2009 के बीच लालू प्रसाद के ओएसडी थे. जांच के दौरान उसकी भूमिका सामने आई. सीबीआई ने भोला यादव के पटना और दरभंगा के चार ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया.
16 ठिकानों पर हुई थी छापेमारी : भोला यादव को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया जाएगा. सीबीआई उनकी दो सप्ताह की हिरासत की मांग कर सकती है. मई में, सीबीआई ने 16 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस दौरान लालू प्रसाद और उनके परिवार के सदस्यों के पास से कुछ दस्तावेज बरामद हुए थे. जानकारी के अनुसार, सीबीआई ने तत्कालीन केंद्रीय रेल मंत्री लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, दो बेटियों और अज्ञात लोक सेवकों और निजी व्यक्तियों समेत 15 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
बता दें, रेलवे नौकरी घोटाला साल 2004-2009 के भर्ती से जुड़ा है. आरोप है कि लालू यादव ने बतौर रेल मंत्री उस समय नौकरी देने के बदले जमीन ली थी और यह सब भोला यादव देखता था. फिलहाल, मामले की जांच जारी है.