पटना: बिहार विधान परिषद के 29 सीटों में से 9 सीटों को भरने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. 18 जून से ही नॉमिनेशन का कार्य शुरू हो गया है. लेकिन किसी दल ने अभी तक अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है.
विधानसभा में सदस्यों के हिसाब से 5 सीट एनडीए के खाते में आएगा. तो वहीं, 4 सीट विपक्ष को मिलेगा. सत्ताधारी दल बीजेपी और जदयू में विधान परिषद के लिए कई दावेदार हैं. इस कारण फैसला लेने में मुश्किल हो रही है.
बीजेपी-जेडीयू में कई दावेदार
विधान परिषद के खाली हुए 9 सीट बीजेपी और जेडीयू के हैं. लेकिन इस बार आरजेडी और कांग्रेस को इसमें से 4 सीट मिल जाएगा. इस कारण जेडीयू और बीजेपी को नुकसान उठाना पड़ रहा है. जेडीयू खेमे से अशोक चौधरी का विधान परिषद जाना तय माना जा रहा है. उपसभापति हारून रशीद भी दावेदारों में से हैं. तो वहीं संजय सिंह पहले से नजर लगाए हुए हैं. जहां तक बीजेपी की बात है. संजय प्रकाश भी दावेदार हैं. इसके अलावा सम्राट चौधरी दावेदारों में शामिल है. कई नाम और चर्चा में है. ऐसे तय है कि दोनों सत्ताधारी दल चुनावी साल में सामाजिक समीकरण और जातीय समीकरण का पूरा ख्याल रखेगी. दावेदारों की संख्या अधिक होने के कारण दोनों दल के लिए फैसला लेना आसान नहीं है. लेकिन पार्टी नेताओं का दावा है कि सब कुछ तय प्रक्रिया के अनुसार ही हो रहा है. साथ ही कहीं कोई परेशानी नहीं होने वाली है. बीजेपी प्रवक्ता अजफर शमशी का कहना है कि हमारी पार्टी का निर्णय आला कमान से लिया जाता है. उन्होंने कहा कि आरजेडी का फैसला होटवार जेल से होता है.
6 जुलाई को होगी चुनाव
बिहार विधान परिषद के 9 सीटों के लिए 6 जुलाई को चुनाव होगा. चुनाव आयोग ने इनकी अधिसूचना पहले ही जारी कर दी है. 18 जून से नॉमिनेशन का काम भी शुरू हो गया है. नामांकन का अंतिम तिथि 25 जून है. नामांकन वापसी के लिए 29 जून अंतिम तिथि रखा गया है. वहीं, अगर चुनाव की नौबत आई. तो 6 जुलाई को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक चुनाव होगा और वोटों की गिनती शाम 5 बजे तक होगी. साथ ही उसी दिन नतीजा घोषित हो जाएगा. ऐसे चुनाव की संभावना कम ही है.