पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल पर वोकल और आत्मनिर्भर भारत के आवाहन को वास्तव में अमली जामा पहनाने में कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्ज (कैट) जुट गया है. जिसमें चीनी सामान का बहिष्कार करते हुए केवल भारतीय सामान ही बेचा और खरीदा जाएगा.
5 महीने का त्योहारी सीजन
हर वर्ष राखी से शुरू होकर दिवाली तक देश में लगभग 5 महीने का त्योहारी सीजन रहता है. इस सीजन में एक अनुमान के मुताबिक पिछले वर्षों में चीन लगभग 40 हजार करोड़ रुपये का त्योहारों से सम्बंधित सामान भारत को आयात करता है. लेकिन इस बार देश भर में चीन के खिलाफ जिस प्रकार का वातावरण बना है, उसके चलते चीन को लगभग 40 हजार करोड़ के बड़े व्यापार से हाथ धोना पड़ेगा.
व्यापक रूप से तैयारी
देश व्यापारियों ने यह तय किया है कि इस त्योहारी सीजन में चीन का बना कोई भी सामान देश में नहीं बेचा जाएगा. वहीं उपभोक्ताओं में भी भारतीय सामान ही खरीदने का जज्बा दिखाई दे रहा है. कैट ने इस सम्बंध में देश भर में भारतीय सामान की आसान उपलब्धता को लेकर व्यापक रूप से तैयारी शुरू कर दी है.
डिस्प्ले और वर्चुअल प्रदर्शनी
भारतीय सामान को बड़े रूप में देश भर में उपलब्ध कराने और उसके विक्रय के लिए कैट की ओर से देश भर में त्यौहार से सम्बंधित सामान की 300 से अधिक ऑनलाइन प्रदर्शनी लगाई जाएंगी. जिसकी शुरुआत शनिवार को दिल्ली में कैट के कार्यालय में आयोजित एक लाइव डिस्प्ले और वर्चुअल प्रदर्शनी से हुई.
क्या कहते हैं अध्यक्ष
कैट के इस अभियान में देश भर के 40 हजार से ज्यादा व्यापारिक संगठन जुड़ेंगे. कैट बिहार चैप्टर के चेयरमैन कमल नोपानी और अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि इस मामले में देश में एक बड़ी पहल की शुरुआत करते हुए कैट ने देश भर के व्यापारियों और लोगों से हिंदुस्तानी दिवाली मनाने का आवाहन करते हुए देश भर के व्यापारिक संगठनों को सलाह दी है.
उन्होंने कहा कि वो देश के कोने-कोने से दिवाली पर उपयोग में आने वाले सामान बनाने वाले स्थानीय कुम्हार, शिल्पकार, कारीगर, मूर्तिकार, कलाकार आदि को चिन्हित कर उनके बनाए हुए सामानों को व्यापारियों से बिकवाएं.