पटना: वस्तु एवं सेवा कर यानि जीएसटी के प्रावधानों का विरोध कर रहे कारोबारियों ने शुक्रवार को ‘भारत बंद’ (Bharat Bandh) का आयोजन किया. बिहार में भी इस बंद का असर देखने को मिला. कैट अध्यक्ष कमल नोपानी ने इस बंद को सफल बताया है.
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भारत व्यापार बंद आज
1 जुलाई 2017 को जीएसटी की घोषणा की गई थी. उस समय सभी ने इसका स्वागत किया था. लेकिन अब तक जीएसटी में लगभग एक हजार के आसपास संशोधन हो चुके हैं. जिसके कारण जीएसटी को बेहद ही जटिल बना दिया गया है. एक सामान्य व्यापारी और व्यवसाय की समझ से यह परे है और जटिल प्रणाली होने के कारण व्यवसायियों को काफी समस्या हो रही. इसे खिलाफ भारत बंद का आह्वान किया गया था.
'हमारी सरकार से सिर्फ एक ही मांग है कि सरकार जीएसटी के जटिल प्रावधानों को वापस ले और जीएसटी प्रणाली को सरल बनाए. ताकि छोटे व्यापारी हो या बड़े उन्हें किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो. अपना विरोध दर्ज करने के लिए हमने आज शांतिपूर्ण तरीके से अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखा.'- कमल नोपानी, अध्यक्ष, कैट
कैट की मांग
व्यापारी जीएसटी समिति के गठन की मांग कर रहे हैं. जिसमें केंद्रीय स्तर और राज्य स्तर पर अधिकारी और व्यापार प्रतिनिधि शामिल हों. और देश में प्रत्येक जिले में जीएसटी समिति हो. जिससे व्यापारी और व्यवसायियों को सहूलियत मिले और वह बेहतर तरीके से कार्य कर सकें.