पटना: दशहरा को लेकर बाजार में एक महीने पहले से ही रौनक दिखने लगती थी. बड़ी संख्या में लोग खरीदारी को पहुंचने लगते थे. अष्टमी तक बाजार में मेले जैसी भीड़ दिखती थी. लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं दिख रहा है. कोरोना संक्रमण के कारण दुर्गा पूजा पर मेला नहीं लगाने का सीधा असर बाजार पर पड़ रहा है.
इस वर्ष कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पटना के बाजारों में सीधा प्रभाव पड़ रहा है. राजधानी पटना के ठाकुरबारी रोड में मौजूद पूजा-पाठ के सामग्री बेचने वाले दुकानदार काफी हलकान और परेशान नजर आ रहे हैं.
दुर्गा पूजा के लिए कोरोना गाइडलाइन:
- कोरोना संक्रमण के कारण मेले पर रोक.
- लाउड स्पीकर के इस्तमाल पर भी रोक.
- पंडाल का निर्माण किसी विशेष थीम पर नहीं.
- सामूहिक प्रसाद वितरण पर भी रोक.
इस संबंध में गृह विभाग ने दिशा-निर्देश जारी किया है. पंडाल नहीं बनने से लगभग दस हजार टेंट, पंडाल व्यवसायियों को नुकसान उठाना पड़ेगा. बता दें कि राजधानी पटना में बनने वाले थीम बेस्ड पंडाल का निर्माण लगभग दो महीने पहले से शुरू हो जाता था.
'नहीं बिक रही है पूजा-पाठ की सामग्री'
पटना के ठाकुरबारी रोड और बाकरगंज में पूजा-पाठ की दुकान पर मौजूद दुकानदार दुर्गा पूजा के 1 दिन पहले ग्राहकों की बाट जोहते नजर आ रहे हैं. पटना के ठाकुरबारी रोड के एक पूजा-पाठ की सामग्री बेचने वाले दुकानदार संतोष बताते हैं कि हर वर्ष दुर्गा पूजा के पूर्व वह अपने दुकान पर 5 से 10 लाख रुपए की पूजा-पाठ की सामग्री लाया करते थे, जो आराम से बिक जाती थी. इस वर्ष दो लाख की पूजा-पाठ की सामग्री भी बमुश्किल बिकने की उम्मीद है.