पटनाः पेट्रोल और डीजल के दाम में इन दिनों लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. डीजल की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर बिहार के स्टेट मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन ने बस और ट्रक के वर्तमान भाड़े में 20% की बढ़ोत्तरी करने का फैसला लिया है. इस सिलसिले में ट्रांसपोर्ट फेडरेशन ने एक मेमोरेंडम भी परिवहन विभाग के प्रधान सचिव को सौंपा है.
अब तक नहीं हुई थी वृद्धि
परिवहन विभाग को दिए गए मेमोरेंडम के बारे में जानकारी देते हुए बिहार स्टेट मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के अध्यक्ष जगन्नाथ सिंह ने बताया कि भारत सरकार ने डीजल और पेट्रोल की कीमतों में अप्रत्याशित वृद्धि की है. इस कारण परिवहन व्यवसाय पर इसका बहुत ही प्रतिकूल असर पड़ा है. उन्होंने कहा कि अब तक परिवहन व्यवसायी डीजल और पेट्रोल के रेट में वृद्धि को अपने ऊपर ही झेल कर परिचालन कर रहे हैं. आम लोगों से कोई भी वृद्धि दर नहीं वसूली जा रही है.
ट्रांसपोर्ट फेडरेशन की बैठक में हुआ फैसला
जगन्नाथ सिंह ने ये भी कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में लगातार इजाफे को लेकर बिहार स्टेट मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन ने बैठक बुलाई और इसके जरिए यह निर्णय लिया गया कि बसों और ट्रकों के वर्तमान भाड़े में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाए. क्योंकि डीजल के बढ़ते हुए कीमतों के कारण परिचालन खर्च में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है. इस कारण वाहनों के परिचालन में ट्रांसपोर्ट को काफी परेशानी हो रही है.
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परिवहन विभाग को सौंपा गया मेमोरेंडम
फेडरेशन के प्रेसिडेंट जगन्नाथ सिंह ने कहा कि भाड़े में बढ़ोतरी को लेकर एक मेमोरेंडम परिवहन विभाग के प्रधान सचिव को सौंपा गया है. उन्होंने कहा कि मेमोरेंडम की कॉपी राज्य के मुख्यमंत्री, परिवहन मंत्री, मुख्य सचिव और सभी जिला के जिलाधिकारियों को भी भेजी गई है. उन्होंने कहा कि भाड़े में बढ़ोतरी करने का निर्णय जो लिया गया है उसे जल्द लागू किया जाएगा. नियमतः परिवहन विभाग की तरफ से भाड़ा बढ़ाया जाता है और इस नियम के अनुसार फेडरेशन ने परिवहन विभाग को सूचित किया है कि ट्रांसपोर्टर्स भाड़ा बढ़ाने जा रहे है. इसकी सहमति विभाग की तरफ से अधिसूचना जारी कर प्रदान की जाए.