पटनाः बिहार में लगातार कड़ाके की ठंड व शीत लहर जारी है. आमजन मानस कोई समस्या न हो इसके लिए सरकार ने सभी जिलों के डीएम को अलाव की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. हालांकि कई जिलों में इसका पालन हो रहा है और कई जिलों में कड़ाके की ठंड से लोग परेशान हैं और प्रशासन की तरफ से अलाव की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है.
राजधानी में राहगीरों के लिए जलाई जा रही अलाव
पटनाः शीतलहर के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पटना के जिला अधिकारी कुमार रवि के निर्देश पर पटना के कई चौक चौराहे पर अलाव जलाए जा रहे हैं. चौक-चौराहों पर अलाव के सहारे खड़े हुए लोग राहत की सांस ले रहे हैं.
दरअसल जिला अधिकारी कुमार रवि ने सभी अनुमंडल पदाधिकारियों को ठंड के प्रकोप को देखते हुए गरीब व्यक्ति के लिए ठंड से सुरक्षा हेतु पर्याप्त जगह पर अलाव की व्यवस्था करने का दिशा-निर्देश जारी किया था. जिसके तहत पटना सदर प्रखंड के महावीर मंदिर, पटना जंक्शन , कारगिल चौक, आईजीएमएस, गर्दनीबाग हनुमान मंदिर, पीएमसीएच के बच्चा वार्ड, बिस्कोमान, गोलंबर, लंगर टोली चौराहा, हाईकोर्ट मजार और अन्य स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की गई है.
औरंगाबाद में सार्वजनिक स्थानों पर अलाव के इंतजाम
औरंगाबाद: ठण्ड के बढ़ते कहर को देखते हुए औरंगाबाद जिला प्रशासन ने शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर अलाव की व्यवस्था की है. प्रशासन के इस इंतज़ाम से लोगों को काफी राहत मिल रही है. खासकर रात में बसों से यात्रा करने वाले प्रशासन की इस पहल की काफी सराहना कर रहे हैं.
जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी औरंगाबाद एवं दाउदनगर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी तथा रफीगंज एवं नबीनगर के नगर पंचायत पदाधिकारी को जिले के सभी प्रमुख चौक-चौराहों, सार्वजनिक स्थलों, अस्पताल परिसर, बस पड़ाव, रैन बसेरा, सब्जी मंडी आदि जगहों पर अलाव जलाने का निर्देश दिया है.
पश्चिमी चंपारण में नहीं जल रहा सरकारी अलाव
बेतिया: जिले में ठंड का कहर बढ़ता ही जा रहा है. ठंड में लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है. लेकिन बढ़े ठंड के बाद भी जिला प्रशासन व नगर परिषद के द्वारा कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है. लोग कचरा व लकड़ी चुनकर किसी तरह अलाव जला रहे हैं. जिससे लोगों को ठंड से थोड़ी बहुत राहत मिल रही है. सुबह से ही घने कोहरे के कारण सड़कों पर कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा. घने कोहरे के कारण सड़कों पर वाहनों का परिचालन ना के बराबर है. लोगों का ठंड के कारण घर से निकलना मुश्किल हो गया है.
चौक चौराहा पर लोग खुद से कचरा व लकड़ी चुनकर आग जला रहे हैं. लेकिन अभी तक जिला प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है. बेतिया रेलवे स्टेशन पर लोग ठंड में स्टेशन पर रहने को मजबूर है. रिक्शा चालक, टेंपो चालक रात भर ठंड में जीने को मजबूर है. उनका कहना है कि घर चलाना और बाल बच्चों को दो वक्त का भोजन मिल जाए इस कारण हम ठंड में घर से निकलते हैं. लेकिन कहीं भी पूरे शहर में अलाव की व्यवस्था नहीं है.