पटना : नीतीश सरकार की ओर से 2023-24 के लिए बजट पेश किया गया. बिहार के वित्तमंत्री विजय चौधरी ने (Finance Minister Vijay Chowdhary presented budget) बजट पेश किया. वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि यूक्रेन रूस युद्ध के चलते वैश्विक स्तर पर मंदी है. बावजूद इसके बिहार में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है. बिहार का विकास दर राष्ट्रीय स्तर के विकास दर से सवा दो प्रतिशत ज्यादा है. पिछले साल के मुकाबले 10% से अधिक का इजाफा बजट के आकार में हुआ है.
ये भी पढ़ें : Bihar Budget 2023 : नौकरी के लिए नीतीश सरकार ने खोला पिटारा, 10 लाख युवाओं को मिलेगा रोजगार
राजस्व घाटा के बजाय राजस्व अधिशेष वाला बजट: वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि इस बार राजस्व घाटा के बजाय राजस्व अधिशेष वाला बजट पेश किया गया है. हमने विकास दर के मामले में बेहतर प्रदर्शन किया है. पिछले साल के मुकाबले 10% के हिसाब से बजट के आकार में बढ़ोतरी दिखाई गई. इसके अलावा बिहार की आर्थिक वृद्धि 10.98% रही जो कि राष्ट्रीय वृद्धि दर की तुलना में 2.28% अधिक है.
पिछले साल के मुकाबले 10.18 प्रतिशत अधिक: उन्होंने कहा कि वर्ष 2022-23 के लिए 261885 करोड़ का बजट पेश किया गया जो पिछले साल के मुकाबले 10.18 प्रतिशत अधिक है. 2022 में बजट का आकार 237695 करोड़ था. कुल बजट में 79.87% राजस्व तथा 20.63% पूंजीगत व्यय पर रखा गया है. साल 2023-24 के लिए 15.24% आर्थिक विकास दर अनुमानित है. इस राजस्व घाटा को समाप्त कर राजस्व अधिशेष 4479 करोड़ रखने का फैसला लिया है.
"बजट रोजगार उन्मुख है. तेजस्वी यादव ने जो वायदे किए हैं, उसे पूरे करने की दिशा में हम लोग आगे बढ़ेंगे. इस वजह से किसान गरीब का भी फायदा होने वाला है. इस बजट में सभी के लिए कुछ न कुछ हैं." - रामानुज प्रसाद, राजद विधायक
"वह शानदार बजट की श्रेणी में आता है. इससे जहां रोजगार मिलेंगे. किसानों को भी राहत मिलने वाली है."- अजीत शर्मा, कांग्रेस विधायक
"बजट में कुछ भी नया नहीं है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार में जो कुछ किया गया था. उसी को बजट में दिखलाया गया है. सरकार शिक्षा को लेकर गंभीर नहीं है और रोजगार कैसे मिलेंगे यह भी अधर में है." -राम सूरत राय, भाजपा नेता