पटना: बीएसएससी सीजीएल 3 की तीनों शिफ्ट की परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर आयोग को ज्ञापन सौंपा गया है. 11 सदस्यीय अभ्यर्थियों का प्रतिनिधिमंडल छात्र नेता सौरव कुमार और संगम राज के नेतृत्व में सोमवार को बीएसएससी कार्यालय में ज्ञापन देने के लिए पहुंचा. इस दौरान अभ्यर्थियों ने आयोग को 7 दिनों का अल्टीमेटम दिया है.
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तीन पालियों की परीक्षा रद्द करने की मांग: अभ्यर्थियों का कहना है कि 7 दिन के अंदर यदि बिहार कर्मचारी चयन आयोग बीएसएससी सीजीएल 3 की तीनों शिफ्ट की परीक्षा रद्द नहीं करता है तो 30 जनवरी को पूरे प्रदेश से हजारों की तादाद में बीएसएससी के अभ्यर्थी पहुंचेंगे और आयोग कार्यालय का घेराव करेंगे.छात्र नेता संगम राज ने कहा कि ट्विटर पर जब 600000 से अधिक संख्या में अभ्यर्थी तीनों शिफ्ट की परीक्षा रद्द कराने की मांग करते हैं, फिर भी आयोग और बिहार सरकार नहीं सुनती.
बोले छात्र नेता- 'सभी नौजवान हतोत्साहित': छात्र नेता ने कहा कि 4 जनवरी को पटना की सड़कों पर अपनी मांगों को लेकर अभ्यर्थी जब उतरते हैं तो उन पर बर्बर लाठीचार्ज भीषण ठंड में कर दिया जाता है. इस पूरे घटनाक्रम से बिहार के लाखों छात्र नौजवान काफी हतोत्साहित हो गए हैं और छात्रा प्रदेश में सरकारी नौकरी की उम्मीद छोड़ रहे हैं.
"तीनों शिफ्ट की प्रश्नपत्र सोशल साइट पर उपलब्ध हैं. ऐसे में सीधा सीधी यह क्वेश्चन लीक का मामला बन रहा है. ऐसे में तीनों शिफ्ट की परीक्षा रद्द कर पारदर्शी तरीके से दोबारा एग्जाम कराने की मांग कर रहे हैं. 7 दिन का आयोग को अल्टीमेटम दिया है. अगर आयोग संज्ञान नहीं लेता है तो बीएसएसई कार्यालय का घेराव करेंगे और फिर 31 जनवरी से आमरण अनशन पर बैठेंगे."- संगम राज, छात्र नेता
'बयानबाजी कर मुद्दे से भटकाने का प्रयास': छात्र नेता सौरव कुमार ने कहा कि बीएसएससी सीजीएल 3 के परीक्षा में तीनों शिफ्ट का क्वेश्चन पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है और सिर्फ पहले शिफ्ट का क्वेश्चन वायरल होने पर परीक्षा रद्द किया गया है. सभी अभ्यर्थियों की मांग है कि तीनों से की परीक्षा रद्द कराई जाए और निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से दोबारा परीक्षा आयोजित की जाए. अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर शिक्षा मंत्री के पास गए तो शिक्षा मंत्री ने अभ्यर्थियों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया. अब छात्रों के मुद्दे को भटकाने के लिए रामचरितमानस और मनुस्मृति पर बयान दिए जा रहे हैं.
"सरकार और आयोग की इस नीति से नौकरी की तैयारी करने वाले छात्र हतोत्साहित हो गए हैं और अब अभ्यर्थी आरपार के मूड में हैं. आयोग को ज्ञापन सौंपते हुए 7 दिनों का अल्टीमेटम दिया है. 7 दिन के अंदर यदि तीनों शिफ्टों की परीक्षा रद्द नहीं की गई तो हजारों की तादाद में अभ्यर्थी 30 जनवरी को बीएसएससी कार्यालय का घेराव करेंगे. इसके बाद सभी अभ्यर्थी आमरण अनशन करेंगे. 2100 के करीब वैकेंसी है और दो तीन जगह भी वायरल क्वेश्चन पेपर परीक्षा के दौरान उपलब्ध हुआ होगा तो सभी सीटें फुल हो जाएंगी. मेधावी छात्रों का भविष्य अंधकार में जाएगा."-सौरभ कुमार, छात्र नेता